Ae Pyase Dil Bezuban Songtext
von Mukesh
Ae Pyase Dil Bezuban Songtext
ऐ प्यासे दिल बेज़ुबाँ, तुझको ले जाऊँ कहाँ
ऐ प्यासे दिल बेज़ुबाँ, तुझको ले जाऊँ कहाँ
आग को आग में ढालके, कब तक जी बहलाएगा
ऐ प्यासे दिल बेज़ुबाँ
घटा झुकी और हवा चली तो हमने किसी को याद क्या
चाहत के वीराने को उनके ग़म से आबाद किया
घटा झुकी और हवा चली तो हमने किसी को याद क्या
चाहत के वीराने को उनके ग़म से आबाद किया
ऐ प्यासे दिल बेज़ुबाँ, मौसम की ये मस्तियाँ
आग को आग में ढालके, कब तक जी बहलाएगा
ऐ प्यासे दिल बेज़ुबाँ
तारे नहीं अँगारे हैं वो, अब चाँद भी जैसे जलता है
नींद कहाँ, सीने पे कोई भारी क़दमों से चलता है
तारे नहीं अँगारे हैं वो, अब चाँद भी जैसे जलता है
नींद कहाँ, सीने पे कोई भारी क़दमों से चलता है
ऐ प्यासे दिल बेज़ुबाँ, दर्द है तेरी दास्ताँ
आग को आग में ढालके, कब तक जी बहलाएगा
ऐ प्यासे दिल बेज़ुबाँ
कहाँ वो दिन, अब कहाँ वो रातें, तुम रूठे क़िस्मत रूठी
ग़ैर से भेद छुपाने को, हम हँसते फिरे हँसी झूठी
ऐ प्यासे दिल बेज़ुबाँ, लुटके रहा तेरा जहाँ
ऐ प्यासे दिल बेज़ुबाँ, तुझको ले जाऊँ कहाँ
आग को आग में ढालके, कब तक जी बहलाएगा
ऐ प्यासे दिल बेज़ुबाँ
घटा झुकी और हवा चली तो हमने किसी को याद क्या
चाहत के वीराने को उनके ग़म से आबाद किया
घटा झुकी और हवा चली तो हमने किसी को याद क्या
चाहत के वीराने को उनके ग़म से आबाद किया
ऐ प्यासे दिल बेज़ुबाँ, मौसम की ये मस्तियाँ
आग को आग में ढालके, कब तक जी बहलाएगा
ऐ प्यासे दिल बेज़ुबाँ
तारे नहीं अँगारे हैं वो, अब चाँद भी जैसे जलता है
नींद कहाँ, सीने पे कोई भारी क़दमों से चलता है
तारे नहीं अँगारे हैं वो, अब चाँद भी जैसे जलता है
नींद कहाँ, सीने पे कोई भारी क़दमों से चलता है
ऐ प्यासे दिल बेज़ुबाँ, दर्द है तेरी दास्ताँ
आग को आग में ढालके, कब तक जी बहलाएगा
ऐ प्यासे दिल बेज़ुबाँ
कहाँ वो दिन, अब कहाँ वो रातें, तुम रूठे क़िस्मत रूठी
ग़ैर से भेद छुपाने को, हम हँसते फिरे हँसी झूठी
ऐ प्यासे दिल बेज़ुबाँ, लुटके रहा तेरा जहाँ
Writer(s): Jaikshan Shankar Lyrics powered by www.musixmatch.com