Tujhe Sochta Hoon Songtext
von KK
Tujhe Sochta Hoon Songtext
तुझे सोचता हूँ मैं शामों सुबह
इससे ज़्यादा तुझे
और चाहूँ तो क्या
तेरे ही ख्यालों में डूबा रहा
इससे ज़्यादा तुझे
और चाहूँ तो क्या
बस सारे ग़म में जाना
संग हूँ तेरे
हर एक मौसम मैं जाना
संग हूँ तेरे
अब इतने इंतहा भी ना ले मेरे
संग हूँ तेरे
संग हूँ तेरे
संग हूँ तेरे
मेरी धड़कनों में
ही तेरी सदा
इस कदर तू मेरी
रूह में बस गया
तेरी यादों से
कब रहा मैं जुदा
वक़्त से पूछ ले
वक़्त मेरा गवाह
बस सारे ग़म में जाना
संग हूँ तेरे
हर एक मौसम में जाना
संग हूँ तेरे
अब इतने इंतहा भी ना ले मेरे
संग हूँ तेरे
संग हूँ तेरे
संग हूँ तेरे
तू मेरा ठिकाना
मेरा आशियाना
ढले शाम जब भी
मेरे पास आना
है बाँहों में रहना
कहीं अब ना जाना
हूँ महफूज़ इनमे
बुरा है ज़माना
बस सारे ग़म में जाना
संग हूँ तेरे
हर एक मौसम में जाना
संग हूँ तेरे
अब इतने इंतहा भी ना ले मेरे
संग हूँ तेरे
संग हूँ तेरे
संग हूँ तेरे...
इससे ज़्यादा तुझे
और चाहूँ तो क्या
तेरे ही ख्यालों में डूबा रहा
इससे ज़्यादा तुझे
और चाहूँ तो क्या
बस सारे ग़म में जाना
संग हूँ तेरे
हर एक मौसम मैं जाना
संग हूँ तेरे
अब इतने इंतहा भी ना ले मेरे
संग हूँ तेरे
संग हूँ तेरे
संग हूँ तेरे
मेरी धड़कनों में
ही तेरी सदा
इस कदर तू मेरी
रूह में बस गया
तेरी यादों से
कब रहा मैं जुदा
वक़्त से पूछ ले
वक़्त मेरा गवाह
बस सारे ग़म में जाना
संग हूँ तेरे
हर एक मौसम में जाना
संग हूँ तेरे
अब इतने इंतहा भी ना ले मेरे
संग हूँ तेरे
संग हूँ तेरे
संग हूँ तेरे
तू मेरा ठिकाना
मेरा आशियाना
ढले शाम जब भी
मेरे पास आना
है बाँहों में रहना
कहीं अब ना जाना
हूँ महफूज़ इनमे
बुरा है ज़माना
बस सारे ग़म में जाना
संग हूँ तेरे
हर एक मौसम में जाना
संग हूँ तेरे
अब इतने इंतहा भी ना ले मेरे
संग हूँ तेरे
संग हूँ तेरे
संग हूँ तेरे...
Writer(s): Pritam Chakraborty, Sayeed Quadri Lyrics powered by www.musixmatch.com