Shehar Ki Pariyon Songtext
von Jatin-Lalit
Shehar Ki Pariyon Songtext
ता रा री ता रे रा
ता रा री ता रे रा
शहर की परियों के पीच्चे
जो हैं दीवाने
शहर की परियों के पीच्चे
जो हैं दीवाने
वो हमारी सादगी का रंग क्या जाने
अर्रे हन आ हा आ हा दिलदार बेवफा
जो नहीं समझे की हम है
किसके हैं दीवाने
वो हमारी आशिक़ुई का रंग क्या जाने
अर्रे हन आ हा आ हा समझो ना मेरी जान
कोई होगा हसीन कम तो हम भी नहीं
देखो ज़रा नज़र भर के
इतना ऊडो नहीं हो ना ऐसा कहीं
ना इधर के रहो हो ना उधर के
कोई होगा हसीन कम तो हम भी नहीं
देखो ज़रा नज़र भर के
इतना ऊडो नहीं होई ना ऐसा कहीं
ना इधर के रहो हो ना उधर के
शहर की परियों के पीच्चे
जो हैं दीवाने
वो हमारी सादगी का रंग क्या जाने
अर्रे हन आ हा आ हा दिलदार बेवफा
आ जा ना ना
आ जा मेरी बाहों में
तू जाना नहीं रे ना ना
आ जा मेरी बाहों में
तू जाना नहीं रे ना ना
यहाँ तो बड़े बड़े लूट गये खड़े खड़े
बचके वो भी कहाँ जाएँगे
सुनके मेरी सदा छ्चोड़के नाज़-ओ-अदा
कच्चे धागे में बँधे आएँगे
यहाँ तो बड़े बड़े लूट गये खड़े खड़े
बचके वो भी कहाँ जाएँगे
सुनके मेरी सदा छ्चोड़के नाज़-ओ-अदा
कच्चे धागे में बँधे आएँगे
जो नहीं समझे की हम किसके दीवाने है
वो हमारी आशिक़ुई का रंग क्या जाने
अर्रे हन आ हा आ हा समझो ना मेरी जान
शहर की परियों के पीच्चे
जो हैं दीवाने
वो हमारी सादगी का रंग क्या जाने
अर्रे हन आ हा आ हा दिलदार बेवफा
आ हा आ हा समझो ना मेरी जान
आ हा आ हा दिलदार बेवफा
आ हा आ हा समझो ना मेरी जान
ता रा री ता रे रा
शहर की परियों के पीच्चे
जो हैं दीवाने
शहर की परियों के पीच्चे
जो हैं दीवाने
वो हमारी सादगी का रंग क्या जाने
अर्रे हन आ हा आ हा दिलदार बेवफा
जो नहीं समझे की हम है
किसके हैं दीवाने
वो हमारी आशिक़ुई का रंग क्या जाने
अर्रे हन आ हा आ हा समझो ना मेरी जान
कोई होगा हसीन कम तो हम भी नहीं
देखो ज़रा नज़र भर के
इतना ऊडो नहीं हो ना ऐसा कहीं
ना इधर के रहो हो ना उधर के
कोई होगा हसीन कम तो हम भी नहीं
देखो ज़रा नज़र भर के
इतना ऊडो नहीं होई ना ऐसा कहीं
ना इधर के रहो हो ना उधर के
शहर की परियों के पीच्चे
जो हैं दीवाने
वो हमारी सादगी का रंग क्या जाने
अर्रे हन आ हा आ हा दिलदार बेवफा
आ जा ना ना
आ जा मेरी बाहों में
तू जाना नहीं रे ना ना
आ जा मेरी बाहों में
तू जाना नहीं रे ना ना
यहाँ तो बड़े बड़े लूट गये खड़े खड़े
बचके वो भी कहाँ जाएँगे
सुनके मेरी सदा छ्चोड़के नाज़-ओ-अदा
कच्चे धागे में बँधे आएँगे
यहाँ तो बड़े बड़े लूट गये खड़े खड़े
बचके वो भी कहाँ जाएँगे
सुनके मेरी सदा छ्चोड़के नाज़-ओ-अदा
कच्चे धागे में बँधे आएँगे
जो नहीं समझे की हम किसके दीवाने है
वो हमारी आशिक़ुई का रंग क्या जाने
अर्रे हन आ हा आ हा समझो ना मेरी जान
शहर की परियों के पीच्चे
जो हैं दीवाने
वो हमारी सादगी का रंग क्या जाने
अर्रे हन आ हा आ हा दिलदार बेवफा
आ हा आ हा समझो ना मेरी जान
आ हा आ हा दिलदार बेवफा
आ हा आ हा समझो ना मेरी जान
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Jatin Lalit Lyrics powered by www.musixmatch.com