Tujhe Yaad Na Meri Aaye Songtext
von Jatin-Lalit
Tujhe Yaad Na Meri Aaye Songtext
रब्बा मेरे इश्क किसी को ऐसे ना तड़पाए होय
दिल की बात रहे इस दिल मे होठो तक ना आए
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
दिल रोया की अख भर आई
दिल रोया की अख भर आई
किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
दिल रोया की अख भर आई
दिल रोया की अख भर आई
किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
तुझे हर खुशी दे दी
लबों की हँसी दे दी
ज़ुल्फ़ों की घटा लहराई पैगाम वफ़ा के लाई
तूने अछी प्रीत निभाई, तूने अछी प्रीत निभाई
किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
वो चाँद मेरे घर आँगन, अब तो आएगा, (अब तो आएगा)
तेरे सूने से आँचल को वो भर जाएगा
तेरी कर दी गोद भराई
तेरी कर दी गोद भराई
किसी से अब क्या केहना
दिल रोया की अख भर आई
दिल रोया की अख भर आई
किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
वो माहिया, वो माहिया
ख़ता हो गयी मुझसे
कहा कुछ नही तुमसे
इकरार जो तुम कर पाते तो दूर कभी ना जाते
कोई समझे ना पीर पराई, कोई समझे ना पीर पराई
किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
दिल रोया की अख भर आई
दिल रोया की अख भर आई
किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
दिल की बात रहे इस दिल मे होठो तक ना आए
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
दिल रोया की अख भर आई
दिल रोया की अख भर आई
किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
दिल रोया की अख भर आई
दिल रोया की अख भर आई
किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
तुझे हर खुशी दे दी
लबों की हँसी दे दी
ज़ुल्फ़ों की घटा लहराई पैगाम वफ़ा के लाई
तूने अछी प्रीत निभाई, तूने अछी प्रीत निभाई
किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
वो चाँद मेरे घर आँगन, अब तो आएगा, (अब तो आएगा)
तेरे सूने से आँचल को वो भर जाएगा
तेरी कर दी गोद भराई
तेरी कर दी गोद भराई
किसी से अब क्या केहना
दिल रोया की अख भर आई
दिल रोया की अख भर आई
किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
वो माहिया, वो माहिया
ख़ता हो गयी मुझसे
कहा कुछ नही तुमसे
इकरार जो तुम कर पाते तो दूर कभी ना जाते
कोई समझे ना पीर पराई, कोई समझे ना पीर पराई
किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
दिल रोया की अख भर आई
दिल रोया की अख भर आई
किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या केहना
Writer(s): Jatin-lalit, Sameer Lyrics powered by www.musixmatch.com