Aashiq Hoon Main Songtext
von Jatin-Lalit
Aashiq Hoon Main Songtext
ये क्या शेखर, वो दोनों तो ऐसे ही चले गए
उन्हें जलाने का मौका ही नहीं मिला
आज के लिए इतना काफ़ी है, संजना
आगे-आगे देखो, होता है क्या
What the hell are you doing?
बहुत प्यार आ रहा है तुम पर
But लोग देखेंगे तो क्या सोचेंगे
Who cares?
जो देख रहे हैं, उन्हें देखने दो
और जो जल रहे हैं, उन्हें जलने दो
Okay
आशिक़ हूँ मैं, जान-ए-जिगर
मुझे देख ले बस एक नज़र
आशिक़ हूँ मैं, जान-ए-जिगर
मुझे देख ले बस एक नज़र
बहारों का समाँ है, हमारा दिल जवाँ है
ये बैरी ज़माना जले तो जले
आशिक़ हूँ मैं, जान-ए-जिगर
मुझे देख ले बस एक नज़र
आशिक़ हूँ मैं, जान-ए-जिगर
मुझे देख ले बस एक नज़र
बहारों का समाँ है, हमारा दिल जवाँ है
ये बैरी ज़माना जले तो जले
आशिक़ हूँ मैं, जान-ए-जिगर
मुझ पे अपने हुस्न की बिजली ना गिरा
आ, चेहरे पे डाल दूँ ज़ुल्फ़ों की घटा
ख़ाबों की हूर है तू, क्यूँ मुझसे दूर है तू?
Hey, ख़ुशबू की राहों में, आ मेरी बाँहों में
मैं सीने से लगा लूँ, ख़यालों में बसा लूँ
ये बैरी ज़माना जले तो जले
मेरे सामने महबूब है, मौसम जवाँ क्या खूब है
वफ़ा का अफ़साना लिखेंगे जान-ए-जाना
ये बैरी ज़माना जले तो जले
हाँ-हाँ, जान-ए-जिगर
अब ना होगा कम कभी उल्फ़त का नशा
करती है पागल मुझे तेरी हर अदा
इतना ही कहना है, पलकों में रहना है
एक लम्हा, एक ही दिन, जीना क्या तेरे बिन
ये मेरी ज़िंदगानी है तेरी ही कहानी
कि बैरी ज़माना जले तो जले
कुछ तुम कहो, कुछ मैं कहूँ, ऐसे में क्यूँ दूरी सहूँ?
निगाहों में बसाऊँ, मैं तेरी बन जाऊँ
ये बैरी ज़माना जले तो जले
आशिक़ हूँ मैं, जान-ए-जिगर
मुझे देख ले बस एक नज़र
आशिक़ हूँ मैं, जान-ए-जिगर
मुझे देख ले बस एक नज़र
बहारों का समाँ है, हमारा दिल जवाँ है
ये बैरी ज़माना जले तो जले
...जले तो जले
ये बैरी ज़माना जले तो जले
उन्हें जलाने का मौका ही नहीं मिला
आज के लिए इतना काफ़ी है, संजना
आगे-आगे देखो, होता है क्या
What the hell are you doing?
बहुत प्यार आ रहा है तुम पर
But लोग देखेंगे तो क्या सोचेंगे
Who cares?
जो देख रहे हैं, उन्हें देखने दो
और जो जल रहे हैं, उन्हें जलने दो
Okay
आशिक़ हूँ मैं, जान-ए-जिगर
मुझे देख ले बस एक नज़र
आशिक़ हूँ मैं, जान-ए-जिगर
मुझे देख ले बस एक नज़र
बहारों का समाँ है, हमारा दिल जवाँ है
ये बैरी ज़माना जले तो जले
आशिक़ हूँ मैं, जान-ए-जिगर
मुझे देख ले बस एक नज़र
आशिक़ हूँ मैं, जान-ए-जिगर
मुझे देख ले बस एक नज़र
बहारों का समाँ है, हमारा दिल जवाँ है
ये बैरी ज़माना जले तो जले
आशिक़ हूँ मैं, जान-ए-जिगर
मुझ पे अपने हुस्न की बिजली ना गिरा
आ, चेहरे पे डाल दूँ ज़ुल्फ़ों की घटा
ख़ाबों की हूर है तू, क्यूँ मुझसे दूर है तू?
Hey, ख़ुशबू की राहों में, आ मेरी बाँहों में
मैं सीने से लगा लूँ, ख़यालों में बसा लूँ
ये बैरी ज़माना जले तो जले
मेरे सामने महबूब है, मौसम जवाँ क्या खूब है
वफ़ा का अफ़साना लिखेंगे जान-ए-जाना
ये बैरी ज़माना जले तो जले
हाँ-हाँ, जान-ए-जिगर
अब ना होगा कम कभी उल्फ़त का नशा
करती है पागल मुझे तेरी हर अदा
इतना ही कहना है, पलकों में रहना है
एक लम्हा, एक ही दिन, जीना क्या तेरे बिन
ये मेरी ज़िंदगानी है तेरी ही कहानी
कि बैरी ज़माना जले तो जले
कुछ तुम कहो, कुछ मैं कहूँ, ऐसे में क्यूँ दूरी सहूँ?
निगाहों में बसाऊँ, मैं तेरी बन जाऊँ
ये बैरी ज़माना जले तो जले
आशिक़ हूँ मैं, जान-ए-जिगर
मुझे देख ले बस एक नज़र
आशिक़ हूँ मैं, जान-ए-जिगर
मुझे देख ले बस एक नज़र
बहारों का समाँ है, हमारा दिल जवाँ है
ये बैरी ज़माना जले तो जले
...जले तो जले
ये बैरी ज़माना जले तो जले
Writer(s): Jatin Pandit, Lalitraj Pandit, Sameer Anjaan Lyrics powered by www.musixmatch.com