Do Ghadi Ki Bahar Hai Songtext
von Geeta Dutt
Do Ghadi Ki Bahar Hai Songtext
दो घड़ी की बहार है, ये बहार देख ले
ये भी एक ज़िन्दगी है, कर के प्यार देख ले
दो घड़ी की बहार है, ये बहार देख ले
ये भी एक ज़िन्दगी है, कर के प्यार देख ले
दो घड़ी की बहार है...
हुस्न, रंग, रूप ये चार दिन की चाँदनी
साज़ दिल उठा ज़रा, छेड़ कोई रागिनी
हुस्न, रंग, रूप ये चार दिन की चाँदनी
साज़ दिल उठा ज़रा, छेड़ कोई रागिनी
बज उठेंगे तेरे दिल के तार-तार देख लें
ये भी एक ज़िन्दगी है, कर के प्यार देख ले
दो घड़ी की बहार है, ये बहार देख ले
ये भी एक ज़िन्दगी है, कर के प्यार देख ले
दो घड़ी की बहार है...
ये भी एक ज़िन्दगी है, कर के प्यार देख ले
दो घड़ी की बहार है, ये बहार देख ले
ये भी एक ज़िन्दगी है, कर के प्यार देख ले
दो घड़ी की बहार है...
हुस्न, रंग, रूप ये चार दिन की चाँदनी
साज़ दिल उठा ज़रा, छेड़ कोई रागिनी
हुस्न, रंग, रूप ये चार दिन की चाँदनी
साज़ दिल उठा ज़रा, छेड़ कोई रागिनी
बज उठेंगे तेरे दिल के तार-तार देख लें
ये भी एक ज़िन्दगी है, कर के प्यार देख ले
दो घड़ी की बहार है, ये बहार देख ले
ये भी एक ज़िन्दगी है, कर के प्यार देख ले
दो घड़ी की बहार है...
Writer(s): Geeta Dutt Lyrics powered by www.musixmatch.com