Na Jane Kahan Se Songtext
von Amit Kumar & Kavita Krishnamurthy
Na Jane Kahan Se Songtext
(ना जाने कहाँ से आई है)
(ना जाने कहाँ को जाएगी)
(दीवाना किसे बनाएगी ये लड़की?)
बड़ी छोटी है मुलाक़ात
बड़े अफ़सोस की है बात
किसी के हाथ ना आएगी ये लड़की
किसी के हाथ ना आएगी ये लड़की
(ना जाने कहाँ से आई है)
(ना जाने कहाँ को जाएगी)
(दीवाना किसे बनाएगी ये लड़की?)
ये भीगा हुआ बदन तेरा
इस दिल में आग लगा देगा
ये भीगा हुआ बदन तेरा
इस दिल में आग लगा देगा
छाएगा बादल ज़ुल्फ़ों का
तो पागल तुझे बना देगा
पागल तुझे बना देगा
करेगा याद मुझे दिन-रात
बड़े अफ़सोस की है बात
किसी के हाथ ना आएगी ये लड़की
किसी के हाथ ना आएगी ये लड़की
(ये लड़की सी भीगी-भागी सी)
(क्या घर से भाग के आई है?)
ये लड़की सी भीगी-भागी सी
क्या घर से भाग के आई है?
ये लड़की नहीं है, नागिन है
जो नींद से जाग के आई है
जो नींद से जाग के आई है
मेरे हाथों में दे-दे हाथ
बड़े अफ़सोस की है बात
किसी के हाथ ना आएगी ये लड़की
किसी के हाथ ना आएगी ये लड़की
आराम से बैठो पास मेरे
डरने की कोई बात नहीं
आराम से बैठो पास मेरे
डरने की कोई बात नहीं
क्यों तुम से प्यार करूँ?
मेरे ऐसे तो बुरे हालात नहीं
ऐसे तो बुरे हालात नहीं
करेगी याद मुझे दिन-रात
बड़े अफ़सोस की है बात
तुम्हारे हाथ ना आएगा ये लड़का
तुम्हारे हाथ ना आएगा ये लड़का
(ना जाने कहाँ से आई है)
(ना जाने कहाँ को जाएगी)
(दीवाना किसे बनाएगी ये लड़की?)
बड़ी छोटी है मुलाक़ात
बड़े अफ़सोस की है बात
किसी के हाथ ना आएगी ये लड़की
किसी के हाथ ना आएगी ये लड़की
(ना जाने कहाँ को जाएगी)
(दीवाना किसे बनाएगी ये लड़की?)
बड़ी छोटी है मुलाक़ात
बड़े अफ़सोस की है बात
किसी के हाथ ना आएगी ये लड़की
किसी के हाथ ना आएगी ये लड़की
(ना जाने कहाँ से आई है)
(ना जाने कहाँ को जाएगी)
(दीवाना किसे बनाएगी ये लड़की?)
ये भीगा हुआ बदन तेरा
इस दिल में आग लगा देगा
ये भीगा हुआ बदन तेरा
इस दिल में आग लगा देगा
छाएगा बादल ज़ुल्फ़ों का
तो पागल तुझे बना देगा
पागल तुझे बना देगा
करेगा याद मुझे दिन-रात
बड़े अफ़सोस की है बात
किसी के हाथ ना आएगी ये लड़की
किसी के हाथ ना आएगी ये लड़की
(ये लड़की सी भीगी-भागी सी)
(क्या घर से भाग के आई है?)
ये लड़की सी भीगी-भागी सी
क्या घर से भाग के आई है?
ये लड़की नहीं है, नागिन है
जो नींद से जाग के आई है
जो नींद से जाग के आई है
मेरे हाथों में दे-दे हाथ
बड़े अफ़सोस की है बात
किसी के हाथ ना आएगी ये लड़की
किसी के हाथ ना आएगी ये लड़की
आराम से बैठो पास मेरे
डरने की कोई बात नहीं
आराम से बैठो पास मेरे
डरने की कोई बात नहीं
क्यों तुम से प्यार करूँ?
मेरे ऐसे तो बुरे हालात नहीं
ऐसे तो बुरे हालात नहीं
करेगी याद मुझे दिन-रात
बड़े अफ़सोस की है बात
तुम्हारे हाथ ना आएगा ये लड़का
तुम्हारे हाथ ना आएगा ये लड़का
(ना जाने कहाँ से आई है)
(ना जाने कहाँ को जाएगी)
(दीवाना किसे बनाएगी ये लड़की?)
बड़ी छोटी है मुलाक़ात
बड़े अफ़सोस की है बात
किसी के हाथ ना आएगी ये लड़की
किसी के हाथ ना आएगी ये लड़की
Writer(s): Laxmikant-pyarelal, Anand Bakshi Lyrics powered by www.musixmatch.com