Mehndi Hai Rachnewali Songtext
von Alka Yagnik
Mehndi Hai Rachnewali Songtext
मेहँदी है रचने वाली हाथों में गहरी लाली
कहें सखियाँ, "अब कलियाँ हाथों में खिलने वाली हैं
तेरे मन को, जीवन को नई ख़ुशियाँ मिलने वाली हैं"
मेहँदी है रचने वाली हाथों में गहरी लाली
कहें सखियाँ, "अब कलियाँ हाथों में खिलने वाली हैं
तेरे मन को, जीवन को नई ख़ुशियाँ मिलने वाली हैं"
ओ, हरियाली-बन्नो, ले जाने तुझको, गुय्याँ
आने वाले हैं सय्याँ, थामेंगे आ के बय्याँ
गूँजेगी शहनाई अँगनाई-अँगनाई
मेहँदी है रचने वाली हाथों में गहरी लाली
कहें सखियाँ, "अब कलियाँ हाथों में खिलने वाली हैं
तेरे मन को, जीवन को नई ख़ुशियाँ मिलने वाली हैं"
गाएँ मैया और मौसी, गाएँ बहना और भाभी
कि मेहँदी खिल जाए, रंग लाए, हरियाली-बन्नी
गाएँ फूफी और चाची, गाएँ नानी और दादी
कि मेहँदी मन भाए, सज जाए, हरियाली-बन्नी
मेहँदी रूप सँवारे, हो, मेहँदी रंग निखारे, हो
हरियाली-बन्नी के आँचल में उतरेंगे तारे
मेहँदी है रचने वाली हाथों में गहरी लाली
कहें सखियाँ, "अब कलियाँ हाथों में खिलने वाली हैं
तेरे मन को, जीवन को नई ख़ुशियाँ मिलने वाली हैं"
गाजे, बाजे, बाराती, घोड़ा, गाड़ी और हाथी को
लाएँगे साजन तेरे आँगन, हरियाली-बन्नी
तेरी मेहँदी वो देखेंगे तो अपना दिल रख देंगे
वो पैरों में तेरे चुपके से, हरियाली-बन्नी
मेहँदी रूप सँवारे, हो, मेहँदी रंग निखारे, हो
हरियाली-बन्नी के आँचल में उतरेंगे तारे
मेहँदी है रचने वाली हाथों में गहरी लाली
कहें सखियाँ, "अब कलियाँ हाथों में खिलने वाली हैं
तेरे मन को, जीवन को नई ख़ुशियाँ मिलने वाली हैं"
कहें सखियाँ, "अब कलियाँ हाथों में खिलने वाली हैं
तेरे मन को, जीवन को नई ख़ुशियाँ मिलने वाली हैं"
मेहँदी है रचने वाली हाथों में गहरी लाली
कहें सखियाँ, "अब कलियाँ हाथों में खिलने वाली हैं
तेरे मन को, जीवन को नई ख़ुशियाँ मिलने वाली हैं"
ओ, हरियाली-बन्नो, ले जाने तुझको, गुय्याँ
आने वाले हैं सय्याँ, थामेंगे आ के बय्याँ
गूँजेगी शहनाई अँगनाई-अँगनाई
मेहँदी है रचने वाली हाथों में गहरी लाली
कहें सखियाँ, "अब कलियाँ हाथों में खिलने वाली हैं
तेरे मन को, जीवन को नई ख़ुशियाँ मिलने वाली हैं"
गाएँ मैया और मौसी, गाएँ बहना और भाभी
कि मेहँदी खिल जाए, रंग लाए, हरियाली-बन्नी
गाएँ फूफी और चाची, गाएँ नानी और दादी
कि मेहँदी मन भाए, सज जाए, हरियाली-बन्नी
मेहँदी रूप सँवारे, हो, मेहँदी रंग निखारे, हो
हरियाली-बन्नी के आँचल में उतरेंगे तारे
मेहँदी है रचने वाली हाथों में गहरी लाली
कहें सखियाँ, "अब कलियाँ हाथों में खिलने वाली हैं
तेरे मन को, जीवन को नई ख़ुशियाँ मिलने वाली हैं"
गाजे, बाजे, बाराती, घोड़ा, गाड़ी और हाथी को
लाएँगे साजन तेरे आँगन, हरियाली-बन्नी
तेरी मेहँदी वो देखेंगे तो अपना दिल रख देंगे
वो पैरों में तेरे चुपके से, हरियाली-बन्नी
मेहँदी रूप सँवारे, हो, मेहँदी रंग निखारे, हो
हरियाली-बन्नी के आँचल में उतरेंगे तारे
मेहँदी है रचने वाली हाथों में गहरी लाली
कहें सखियाँ, "अब कलियाँ हाथों में खिलने वाली हैं
तेरे मन को, जीवन को नई ख़ुशियाँ मिलने वाली हैं"
Writer(s): Javed Akhtar, A R Rahman Lyrics powered by www.musixmatch.com