Kunwara Nahin Marna Songtext
von Alka Yagnik
Kunwara Nahin Marna Songtext
नैनों में महबूब के देखूँगी मैं डूब के
नैनों में महबूब के देखूँगी मैं डूब के
शादी के बाद मैं मर जाऊँ तो ग़म नहीं
कँवारा नहीं मरना
कँवारा नहीं मरना
साहिल पे बैठ के दरिया के तूफ़ान का...
नज़ारा नहीं करना
कँवारा नहीं मरना
ये लाज का घुँघट खोलूँगी
ये बात मैं सबसे बोलूँगी
ये लाज का घुँघट खोलूँगी
ये बात मैं सबसे बोलूँगी
मेरे घर वालों, चुप रहने का तुम मुझे...
इशारा नहीं करना
कँवारा नहीं मरना
जा चुटकी भर सिंदूर मँगा
जल्दी से मेरी माँग सजा
जा चुटकी भर सिंदूर मँगा
जल्दी से मेरी माँग सजा
मैं मर गई तो लेके मेरा नाम तू...
पुकारा नहीं करना
कँवारा नहीं मरना
पानी में आग लगानी है
इस दिल पर चोट भी खानी है
पानी में आग लगानी है
इस दिल पर चोट भी खानी है
हँसना है, रोना है, जीना है दिल थाम के
गुज़ारा नहीं करना
कँवारा नहीं मरना
दिल का अरमान निकल जाए
फिर चाहे जान निकल जाए
दिल का अरमान निकल जाए
फिर चाहे जान निकल जाए
ओ, दुनिया वालों, तुम दो दिलों को जुदा...
ख़ुदारा नहीं करना
कँवारा नहीं मरना
ये दिल का फूल नहीं खिलता
तो मरके भी चैन नहीं मिलता
ये दिल का फूल नहीं खिलता
तो मरके भी चैन नहीं मिलता
मिलने से पहले तेरी जुदाई मुझे
गवारा नहीं करना
कँवारा नहीं मरना
शादी के बाद मैं मर जाऊँ तो ग़म नहीं
कँवारा नहीं मरना
कँवारा नहीं मरना
साहिल पे बैठ के दरिया के तूफ़ान का...
नज़ारा नहीं करना
कँवारा नहीं मरना
कँवारा नहीं मरना
कँवारा नहीं मरना
नैनों में महबूब के देखूँगी मैं डूब के
शादी के बाद मैं मर जाऊँ तो ग़म नहीं
कँवारा नहीं मरना
कँवारा नहीं मरना
साहिल पे बैठ के दरिया के तूफ़ान का...
नज़ारा नहीं करना
कँवारा नहीं मरना
ये लाज का घुँघट खोलूँगी
ये बात मैं सबसे बोलूँगी
ये लाज का घुँघट खोलूँगी
ये बात मैं सबसे बोलूँगी
मेरे घर वालों, चुप रहने का तुम मुझे...
इशारा नहीं करना
कँवारा नहीं मरना
जा चुटकी भर सिंदूर मँगा
जल्दी से मेरी माँग सजा
जा चुटकी भर सिंदूर मँगा
जल्दी से मेरी माँग सजा
मैं मर गई तो लेके मेरा नाम तू...
पुकारा नहीं करना
कँवारा नहीं मरना
पानी में आग लगानी है
इस दिल पर चोट भी खानी है
पानी में आग लगानी है
इस दिल पर चोट भी खानी है
हँसना है, रोना है, जीना है दिल थाम के
गुज़ारा नहीं करना
कँवारा नहीं मरना
दिल का अरमान निकल जाए
फिर चाहे जान निकल जाए
दिल का अरमान निकल जाए
फिर चाहे जान निकल जाए
ओ, दुनिया वालों, तुम दो दिलों को जुदा...
ख़ुदारा नहीं करना
कँवारा नहीं मरना
ये दिल का फूल नहीं खिलता
तो मरके भी चैन नहीं मिलता
ये दिल का फूल नहीं खिलता
तो मरके भी चैन नहीं मिलता
मिलने से पहले तेरी जुदाई मुझे
गवारा नहीं करना
कँवारा नहीं मरना
शादी के बाद मैं मर जाऊँ तो ग़म नहीं
कँवारा नहीं मरना
कँवारा नहीं मरना
साहिल पे बैठ के दरिया के तूफ़ान का...
नज़ारा नहीं करना
कँवारा नहीं मरना
कँवारा नहीं मरना
कँवारा नहीं मरना
Writer(s): Anand Bakshi, Anand Chitragupt, Anand Chitragupta Lyrics powered by www.musixmatch.com