Rehna Tu - Delhi-6 Songtext
von A. R. Rahman
Rehna Tu - Delhi-6 Songtext
रहना तू, है जैसा तू
थोड़ा सा दर्द तू, थोड़ा सुकून
रहना तू, है जैसा तू
धीमा-धीमा झोंका या फिर जूनून
थोड़ा सा रेशम तू हमदम, थोड़ा सा खुरदरा
कभी दौड़ जाये, या लड़ जाये, या खुशबू से भरा
तुझे बदलना न चाहूँ रत्ती भर भी सनम
बिना सजावट मिलावट न ज्यादा न ही काम
तुझे चाहूँ जैसा है तू
मुझे तेरी बारिश में भीगना है घुल जाना है
तुझे चाहूँ जैसा है तू
मुझे तेरे लपट में जलना राख हो जाना है
तू ज़ख़्म दे अगर
मरहम भी आके तू लगाए
ज़ख़्म में भी मुझको प्यार आये
दरिया औ दरिया
डूबने दे मुझे दरिया
डूबने दे मुझे दरिया
रहना तू, है जैसा तू
थोड़ा सा दर्द तू, थोड़ा सुकून
रहना तू है, जैसा तू
धीमा-धीमा झोंका या फिर जूनून
हाथ थाम चलना ही
तो दोनों के दाएं हाथ संग कैसे
हाथ थाम चलना ही
तो दोनों के दाएं हाथ संग कैसे
एक दायाँ होगा, एक बायाँ होगा
थाम ले, हाथ ये थाम ले
चलना है संग थाम ले
रहना तू, है जैसा तू
थोड़ा सा दर्द तू, थोड़ा सुकून
रहना तू है, जैसा तू
धीमा-धीमा झोंका या फिर जूनून
थोड़ा सा रेश्मा तू हमदम, थोड़ा सा खुरदरा
कभी दौड़ जाये, या लड़ जाये, या खुशबू से भरा
तुझे बदलना न चाहूँ रत्ती भर भी सनम
बिना सजावट मिलावट न ज्यादा न ही काम
तुझे चाहूँ जैसा है तू
मुझे तेरी बारिश में भीगना है घुल जाना है
तुझे चाहूँ जैसा है तू
मुझे तेरी लपट में जलना राख हो जाना है.
थोड़ा सा दर्द तू, थोड़ा सुकून
रहना तू, है जैसा तू
धीमा-धीमा झोंका या फिर जूनून
थोड़ा सा रेशम तू हमदम, थोड़ा सा खुरदरा
कभी दौड़ जाये, या लड़ जाये, या खुशबू से भरा
तुझे बदलना न चाहूँ रत्ती भर भी सनम
बिना सजावट मिलावट न ज्यादा न ही काम
तुझे चाहूँ जैसा है तू
मुझे तेरी बारिश में भीगना है घुल जाना है
तुझे चाहूँ जैसा है तू
मुझे तेरे लपट में जलना राख हो जाना है
तू ज़ख़्म दे अगर
मरहम भी आके तू लगाए
ज़ख़्म में भी मुझको प्यार आये
दरिया औ दरिया
डूबने दे मुझे दरिया
डूबने दे मुझे दरिया
रहना तू, है जैसा तू
थोड़ा सा दर्द तू, थोड़ा सुकून
रहना तू है, जैसा तू
धीमा-धीमा झोंका या फिर जूनून
हाथ थाम चलना ही
तो दोनों के दाएं हाथ संग कैसे
हाथ थाम चलना ही
तो दोनों के दाएं हाथ संग कैसे
एक दायाँ होगा, एक बायाँ होगा
थाम ले, हाथ ये थाम ले
चलना है संग थाम ले
रहना तू, है जैसा तू
थोड़ा सा दर्द तू, थोड़ा सुकून
रहना तू है, जैसा तू
धीमा-धीमा झोंका या फिर जूनून
थोड़ा सा रेश्मा तू हमदम, थोड़ा सा खुरदरा
कभी दौड़ जाये, या लड़ जाये, या खुशबू से भरा
तुझे बदलना न चाहूँ रत्ती भर भी सनम
बिना सजावट मिलावट न ज्यादा न ही काम
तुझे चाहूँ जैसा है तू
मुझे तेरी बारिश में भीगना है घुल जाना है
तुझे चाहूँ जैसा है तू
मुझे तेरी लपट में जलना राख हो जाना है.
Writer(s): Prasoon Joshi Lyrics powered by www.musixmatch.com