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Door Songtext
von Zubeen Garg

Door Songtext

दूर, यहाँ से दूर, दिल ले चल मुझे

दूर, यहाँ से, दूर, दिल ले चल मुझे
खुशियों का शहर हो
कोई भी तो अपना हमसफ़र हो
दूर, यहाँ से दूर, दिल ले चल मुझे

सपनों में आ गई, क्यूँ दिल पे छा गई?
क्या था मेरा कुसूर, ये तो बता?
सपनों में आ गई, क्यूँ दिल पे छा गई?
क्या था मेरा कुसूर, ये तो बता?

एक पल तुम हँसा के उमर-भर रुला लिया
अब क्यूँ तुम हो बेज़ुबाँ?


दूर, यहाँ से दूर, दिल ले चल मुझे

किसे मैं अपना कहूँ? किसे अब मैं प्यार दूँ?
ना है कोई मेरा, कोई ना था
किसे मैं अपना कहूँ? किसे अब मैं प्यार दूँ?
ना है कोई मेरा, कोई ना था

ज़ख़्मों को, हाँ यारों, हमने अब छुपा लिया
फिर भी धड़कन है जवाँ

दूर, यहाँ से दूर, दिल ले चल मुझे
खुशियों का शहर हो
कोई भी तो अपना हमसफ़र हो

दूर, यहाँ से दूर, दिल ले चल मुझे
प्यार जहाँ मिले, प्रीत जहाँ पले

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