Aaye Ho Meri Zindagi Mein (Male) Songtext
von Udit Narayan
Aaye Ho Meri Zindagi Mein (Male) Songtext
आए हो मेरी ज़िंदगी में तुम बहार बन के
आए हो मेरी ज़िंदगी में तुम बहार बन के
आए हो मेरी ज़िंदगी में तुम बहार बन के
मेरे दिल में यूँ ही रहना, हाय
मेरे दिल में यूँ ही रहना तुम प्यार-प्यार बन के
आए हो मेरी ज़िंदगी में तुम बहार बन के
आँखों में तुम बसे हो सपने १००० बन के
आँखों में तुम बसे हो सपने १००० बन के
मेरे दिल में यूँ ही रहना, हाय
मेरे दिल में यूँ ही रहना तुम प्यार-प्यार बन के
आए हो मेरी ज़िंदगी में तुम बहार बन के
घूँघट में हर कली थी, रंगों में ना ढली थी
घूँघट में हर कली थी, रंगों में ना ढली थी
ना शोख़ थी हवाएँ, ना खुशबू मनचली थी
आया है अब के मौसम कैसा ख़ुमार बन के
आया है अब के मौसम कैसा ख़ुमार बन के
मेरे दिल में यूँ ही रहना, हाय
मेरे दिल में यूँ ही रहना तुम प्यार-प्यार बन के
आए हो मेरी ज़िंदगी में तुम बहार बन के
मन का नगर था ख़ाली, सूखी पड़ी थी डाली
मन का नगर था ख़ाली, सूखी पड़ी थी डाली
होली के रंग फीके, बेनूर थी दीवाली
रिमझिम बरस पड़े हो तुम तो फुहार बन के
रिमझिम बरस पड़े हो तुम तो फुहार बन के
मेरे दिल में यूँ ही रहना, हाय
मेरे दिल में यूँ ही रहना तुम प्यार-प्यार बन के
आए हो मेरी ज़िंदगी में तुम बहार बन के
आँखों में तुम बसे हो सपने १००० बन के
मेरे दिल में यूँ ही रहना, हाय
मेरे दिल में यूँ ही रहना तुम प्यार-प्यार बन के
आए हो मेरी ज़िंदगी में तुम बहार बन के
आए हो मेरी ज़िंदगी में तुम बहार बन के
आए हो मेरी ज़िंदगी में तुम बहार बन के
आए हो मेरी ज़िंदगी में तुम बहार बन के
आए हो मेरी ज़िंदगी में तुम बहार बन के
आए हो मेरी ज़िंदगी में तुम बहार बन के
मेरे दिल में यूँ ही रहना, हाय
मेरे दिल में यूँ ही रहना तुम प्यार-प्यार बन के
आए हो मेरी ज़िंदगी में तुम बहार बन के
आँखों में तुम बसे हो सपने १००० बन के
आँखों में तुम बसे हो सपने १००० बन के
मेरे दिल में यूँ ही रहना, हाय
मेरे दिल में यूँ ही रहना तुम प्यार-प्यार बन के
आए हो मेरी ज़िंदगी में तुम बहार बन के
घूँघट में हर कली थी, रंगों में ना ढली थी
घूँघट में हर कली थी, रंगों में ना ढली थी
ना शोख़ थी हवाएँ, ना खुशबू मनचली थी
आया है अब के मौसम कैसा ख़ुमार बन के
आया है अब के मौसम कैसा ख़ुमार बन के
मेरे दिल में यूँ ही रहना, हाय
मेरे दिल में यूँ ही रहना तुम प्यार-प्यार बन के
आए हो मेरी ज़िंदगी में तुम बहार बन के
मन का नगर था ख़ाली, सूखी पड़ी थी डाली
मन का नगर था ख़ाली, सूखी पड़ी थी डाली
होली के रंग फीके, बेनूर थी दीवाली
रिमझिम बरस पड़े हो तुम तो फुहार बन के
रिमझिम बरस पड़े हो तुम तो फुहार बन के
मेरे दिल में यूँ ही रहना, हाय
मेरे दिल में यूँ ही रहना तुम प्यार-प्यार बन के
आए हो मेरी ज़िंदगी में तुम बहार बन के
आँखों में तुम बसे हो सपने १००० बन के
मेरे दिल में यूँ ही रहना, हाय
मेरे दिल में यूँ ही रहना तुम प्यार-प्यार बन के
आए हो मेरी ज़िंदगी में तुम बहार बन के
आए हो मेरी ज़िंदगी में तुम बहार बन के
आए हो मेरी ज़िंदगी में तुम बहार बन के
आए हो मेरी ज़िंदगी में तुम बहार बन के
Writer(s): Sameer Anjaan, Shrawan Rathod, Nadeem Akhtar Saifi Lyrics powered by www.musixmatch.com