Main Dekhu Tumhe Songtext
von Udit Narayan & Alka Yagnik
Main Dekhu Tumhe Songtext
मैं देखूँ तुम्हें, तुम ना देखो
इतनी भी शरारत ठीक नहीं
मैं देखूँ तुम्हें, तुम ना देखो
इतनी भी शरारत ठीक नहीं
ताली दो हाथ से बजती है
ताली दो हाथ से बजती है
एक तरफ़ा मोहब्बत ठीक नहीं
मैं देखूँ तुम्हें, तुम ना देखो
इतनी भी शरारत ठीक नहीं
तुम चाहो मुझे, मैं ना चाहूँ
ऐसी भी चाहत ठीक नहीं
ताली दो हाथ से बजती है
ताली दो हाथ से बजती है
एक तरफ़ा मोहब्बत ठीक नहीं
तुम चाहो मुझे, मैं ना चाहूँ
ऐसी भी चाहत ठीक नहीं
बाँध सके जो दिल को मेरे
तू ऐसी ज़ंजीर नहीं
बाँध सके जो दिल को मेरे
तू ऐसी ज़ंजीर नहीं
चीर सके जो सीना मेरा
ऐसा कोई तीर नहीं
जा, ओ, दीवानी, लड़की सयानी
ख़ुद पे क़यामत ठीक नहीं
तुम चाहो मुझे, मैं ना चाहूँ
ऐसी भी चाहत ठीक नहीं
ताली दो हाथ से बजती है
ताली दो हाथ से बजती है
एक तरफ़ा मोहब्बत ठीक नहीं
तुम चाहो मुझे, मैं ना चाहूँ
ऐसी भी चाहत ठीक नहीं
चंदा बिना बेकार हैं किरणें
खुशबू नहीं तो फूल है क्या?
चंदा बिना बेकार हैं किरणें
खुशबू नहीं तो फूल है क्या?
दिन के बिना है रात अधूरी
सावन नहीं तो क्या घटा?
तौबा, क़सम से, अपने सनम से
इतनी अदावत ठीक नहीं
मैं देखूँ तुम्हें, तुम ना देखो
इतनी भी शरारत ठीक नहीं
ताली दो हाथ से बजती है
ताली दो हाथ से बजती है
एक तरफ़ा मोहब्बत ठीक नहीं
तुम चाहो मुझे, मैं ना चाहूँ
ऐसी भी चाहत ठीक नहीं
ताली दो हाथ से बजती है
एक तरफ़ा मोहब्बत ठीक नहीं
मैं देखूँ तुम्हें, तुम ना देखो
इतनी भी शरारत ठीक नहीं
तुम चाहो मुझे, मैं ना चाहूँ
ऐसी भी चाहत ठीक नहीं
इतनी भी शरारत ठीक नहीं
मैं देखूँ तुम्हें, तुम ना देखो
इतनी भी शरारत ठीक नहीं
ताली दो हाथ से बजती है
ताली दो हाथ से बजती है
एक तरफ़ा मोहब्बत ठीक नहीं
मैं देखूँ तुम्हें, तुम ना देखो
इतनी भी शरारत ठीक नहीं
तुम चाहो मुझे, मैं ना चाहूँ
ऐसी भी चाहत ठीक नहीं
ताली दो हाथ से बजती है
ताली दो हाथ से बजती है
एक तरफ़ा मोहब्बत ठीक नहीं
तुम चाहो मुझे, मैं ना चाहूँ
ऐसी भी चाहत ठीक नहीं
बाँध सके जो दिल को मेरे
तू ऐसी ज़ंजीर नहीं
बाँध सके जो दिल को मेरे
तू ऐसी ज़ंजीर नहीं
चीर सके जो सीना मेरा
ऐसा कोई तीर नहीं
जा, ओ, दीवानी, लड़की सयानी
ख़ुद पे क़यामत ठीक नहीं
तुम चाहो मुझे, मैं ना चाहूँ
ऐसी भी चाहत ठीक नहीं
ताली दो हाथ से बजती है
ताली दो हाथ से बजती है
एक तरफ़ा मोहब्बत ठीक नहीं
तुम चाहो मुझे, मैं ना चाहूँ
ऐसी भी चाहत ठीक नहीं
चंदा बिना बेकार हैं किरणें
खुशबू नहीं तो फूल है क्या?
चंदा बिना बेकार हैं किरणें
खुशबू नहीं तो फूल है क्या?
दिन के बिना है रात अधूरी
सावन नहीं तो क्या घटा?
तौबा, क़सम से, अपने सनम से
इतनी अदावत ठीक नहीं
मैं देखूँ तुम्हें, तुम ना देखो
इतनी भी शरारत ठीक नहीं
ताली दो हाथ से बजती है
ताली दो हाथ से बजती है
एक तरफ़ा मोहब्बत ठीक नहीं
तुम चाहो मुझे, मैं ना चाहूँ
ऐसी भी चाहत ठीक नहीं
ताली दो हाथ से बजती है
एक तरफ़ा मोहब्बत ठीक नहीं
मैं देखूँ तुम्हें, तुम ना देखो
इतनी भी शरारत ठीक नहीं
तुम चाहो मुझे, मैं ना चाहूँ
ऐसी भी चाहत ठीक नहीं
Writer(s): Sameer Anjaan, Anand Chitragupta Shrivastava, Milind Chitragupta Shrivastava Lyrics powered by www.musixmatch.com