Akele Hain To Kya Gam Hai - Qayamat Se Qayamat Tak Songtext
von Udit Narayan & Alka Yagnik
Akele Hain To Kya Gam Hai - Qayamat Se Qayamat Tak Songtext
अकेले हैं तो क्या ग़म है?
चाहें तो हमारे बस में क्या नहीं?
बस एक ज़रा साथ हो तेरा
तेरे तो हैं हम कब से, सनम
अकेले हैं तो क्या ग़म है?
चाहें तो हमारे बस में क्या नहीं?
बस एक ज़रा साथ हो तेरा
तेरे तो हैं हम कब से, सनम
अकेले हैं तो क्या ग़म है?
अब ये नहीं सपना, ये सब है अपना
अब ये नहीं सपना, ये सब है अपना
ये जहाँ प्यार का
छोटा सा ये आशियाँ बहार का
बस एक ज़रा साथ हो तेरा
तेरे तो हैं हम कब से, सनम
अकेले हैं तो क्या ग़म है?
फिर नहीं टूटेगा हम पे कोई तूफ़ाँ
फिर नहीं टूटेगा हम पे कोई तूफ़ाँ
साजना, देखना
हर तूफ़ाँ का मैं करूँगी सामना
बस एक ज़रा साथ हो तेरा
तेरे तो हैं हम कब से, सनम
अकेले हैं तो क्या ग़म है?
अब तो मेरे साजन बीतेगा हर दिन
अब तो मेरे साजन बीतेगा हर दिन
प्यार की बाँहों में
रंग जाएगी रुत तेरी अदाओं में
बस एक ज़रा साथ हो तेरा
तेरे तो हैं हम कब से, सनम
अकेले हैं तो क्या ग़म है?
चाहें तो हमारे बस में क्या नहीं?
बस एक ज़रा साथ हो तेरा
चाहें तो हमारे बस में क्या नहीं?
बस एक ज़रा साथ हो तेरा
तेरे तो हैं हम कब से, सनम
अकेले हैं तो क्या ग़म है?
चाहें तो हमारे बस में क्या नहीं?
बस एक ज़रा साथ हो तेरा
तेरे तो हैं हम कब से, सनम
अकेले हैं तो क्या ग़म है?
अब ये नहीं सपना, ये सब है अपना
अब ये नहीं सपना, ये सब है अपना
ये जहाँ प्यार का
छोटा सा ये आशियाँ बहार का
बस एक ज़रा साथ हो तेरा
तेरे तो हैं हम कब से, सनम
अकेले हैं तो क्या ग़म है?
फिर नहीं टूटेगा हम पे कोई तूफ़ाँ
फिर नहीं टूटेगा हम पे कोई तूफ़ाँ
साजना, देखना
हर तूफ़ाँ का मैं करूँगी सामना
बस एक ज़रा साथ हो तेरा
तेरे तो हैं हम कब से, सनम
अकेले हैं तो क्या ग़म है?
अब तो मेरे साजन बीतेगा हर दिन
अब तो मेरे साजन बीतेगा हर दिन
प्यार की बाँहों में
रंग जाएगी रुत तेरी अदाओं में
बस एक ज़रा साथ हो तेरा
तेरे तो हैं हम कब से, सनम
अकेले हैं तो क्या ग़म है?
चाहें तो हमारे बस में क्या नहीं?
बस एक ज़रा साथ हो तेरा
Writer(s): Majrooh Sultanpuri Lyrics powered by www.musixmatch.com