Ishq Di Baajiyaan - Reprise (From “Soorma”) Songtext
von Shankar–Ehsaan–Loy
Ishq Di Baajiyaan - Reprise (From “Soorma”) Songtext
ਇਸ਼ਕ ਦੀ ਬਾਜੀਆਂ ਜੀਤੀਆਂ ਨਾ ਹਾਰੀਆਂ
जान से लग गई जान की यारियाँ
गिन के देख, बदन पे नील दिए हैं इश्क़ ने
पड़े जो हाथ पे छाले, छील दिए हैं इश्क़ ने
ਵੇ ਮੈਂ ਸਾਰੇ ਦੁੱਖ ਸਹਿਣਾ, ਤੈਨੂੰ ਨਹੀਂ ਦੱਸਣਾ
ਹੋ, ਲੱਗੀਆਂ ਇਸ਼ਕ ਦੀ ਬਾਜੀਆਂ
ਜੀਤੀਆਂ ਨਾ ਹਾਰੀਆਂ
जान से लग गई जान की यारियाँ
तेरे बिन, बिन तेरे सूफ़ियों के डेरे
देख मैंने कितने लगाए फेरे, ਅੜੀਏ
हो, छोड़ के भी जाना हो तो
ਹਰੀ-ਭਰੀ ਬੇਰੀ ਤਲੇ ਛੱਲਾ ਛੱਡ ਜਾਈ ਨੀ ਕੁੜੀਏ
तेरे बिन, बिन तेरे सूफ़ियों के डेरे
देख मैंने कितने लगाए फेरे, ਅੜੀਏ
हो, छोड़ के भी जाना हो तो
ਹਰੀ-ਭਰੀ ਬੇਰੀ ਤਲੇ ਛੱਲਾ ਛੱਡ ਜਾਈ ਨੀ ਕੁੜੀਏ
याद आ जाए तो तेरा नाम लेके झूम लूँ
शाम आ जाए तो उठके चाँद का माथा चूम लूँ
ਵੇ ਮੈਂ ਸਾਰੇ ਦੁੱਖ ਸਹਿਣਾ, ਤੈਨੂੰ ਨਹੀਂ ਦੱਸਣਾ
ਹੋ, ਲੱਗੀਆਂ ਇਸ਼ਕ ਦੀ ਬਾਜੀਆਂ
ਜੀਤੀਆਂ ਨਾ ਹਾਰੀਆਂ (ਨਾ ਹਾਰੀਆਂ)
जान से लग गई जान की यारियाँ
(आँखों-आँखों में ही रहना)
(आँखों-आँखों में ही रहना) कभी उसे "नूर-नूर" कहता हूँ
(आँखों-आँखों में ही रहना)
(आँखों-आँखों में ही रहना) कभी मैं "हूर-हूर" कहता हूँ
(आँखों-आँखों में ही रहना)
(आँखों-आँखों में ही रहना) कभी उसे "नूर-नूर" कहता हूँ
(आँखों-आँखों में ही रहना)
(आँखों-आँखों में ही रहना) कभी मैं "हूर-हूर" कहता हूँ
(आँखों-आँखों में ही रहना)
दूर ना जा (आँखों-आँखों में ही रहना)
जान से लग गई जान की यारियाँ
गिन के देख, बदन पे नील दिए हैं इश्क़ ने
पड़े जो हाथ पे छाले, छील दिए हैं इश्क़ ने
ਵੇ ਮੈਂ ਸਾਰੇ ਦੁੱਖ ਸਹਿਣਾ, ਤੈਨੂੰ ਨਹੀਂ ਦੱਸਣਾ
ਹੋ, ਲੱਗੀਆਂ ਇਸ਼ਕ ਦੀ ਬਾਜੀਆਂ
ਜੀਤੀਆਂ ਨਾ ਹਾਰੀਆਂ
जान से लग गई जान की यारियाँ
तेरे बिन, बिन तेरे सूफ़ियों के डेरे
देख मैंने कितने लगाए फेरे, ਅੜੀਏ
हो, छोड़ के भी जाना हो तो
ਹਰੀ-ਭਰੀ ਬੇਰੀ ਤਲੇ ਛੱਲਾ ਛੱਡ ਜਾਈ ਨੀ ਕੁੜੀਏ
तेरे बिन, बिन तेरे सूफ़ियों के डेरे
देख मैंने कितने लगाए फेरे, ਅੜੀਏ
हो, छोड़ के भी जाना हो तो
ਹਰੀ-ਭਰੀ ਬੇਰੀ ਤਲੇ ਛੱਲਾ ਛੱਡ ਜਾਈ ਨੀ ਕੁੜੀਏ
याद आ जाए तो तेरा नाम लेके झूम लूँ
शाम आ जाए तो उठके चाँद का माथा चूम लूँ
ਵੇ ਮੈਂ ਸਾਰੇ ਦੁੱਖ ਸਹਿਣਾ, ਤੈਨੂੰ ਨਹੀਂ ਦੱਸਣਾ
ਹੋ, ਲੱਗੀਆਂ ਇਸ਼ਕ ਦੀ ਬਾਜੀਆਂ
ਜੀਤੀਆਂ ਨਾ ਹਾਰੀਆਂ (ਨਾ ਹਾਰੀਆਂ)
जान से लग गई जान की यारियाँ
(आँखों-आँखों में ही रहना)
(आँखों-आँखों में ही रहना) कभी उसे "नूर-नूर" कहता हूँ
(आँखों-आँखों में ही रहना)
(आँखों-आँखों में ही रहना) कभी मैं "हूर-हूर" कहता हूँ
(आँखों-आँखों में ही रहना)
(आँखों-आँखों में ही रहना) कभी उसे "नूर-नूर" कहता हूँ
(आँखों-आँखों में ही रहना)
(आँखों-आँखों में ही रहना) कभी मैं "हूर-हूर" कहता हूँ
(आँखों-आँखों में ही रहना)
दूर ना जा (आँखों-आँखों में ही रहना)
Writer(s): Loy Mendonsa, Ehsaan Noorani, Shankar Mahadevan, Gulzar Lyrics powered by www.musixmatch.com