Meri Tumse Hai Shiqayat Songtext
von Sadhana Sargam
Meri Tumse Hai Shiqayat Songtext
मेरी तुझ से शिक़ायत है
मेरी तुझ से शिक़ायत है
अरे, दोनों जहाँ वाले
उजाड़ा क्यूँ चमन मेरा?
अरे, ओ आसमाँ वाले
मेरी तुझ से शिक़ायत है
अरे, दोनों जहाँ वाले
उजाड़ा क्यूँ चमन मेरा?
अरे, ओ आसमाँ वाले
मेरी तुझ से शिक़ायत है
अरे, दोनों जहाँ वाले
गुलज़ार मेरा तूने सजाया
झोंका हवा का कैसा ये आया?
चारों तरफ़ अब ग़म का धुआँ है
रस्ता ना सूझे, तू ही दिखा जा
तू ही दिखा जा, तू ही दिखा जा
मेरी तुझ से शिक़ायत है
अरे, दोनों जहाँ वाले
उजाड़ा क्यूँ चमन मेरा?
अरे, ओ आसमाँ वाले
मेरी तुझ से शिक़ायत है
अरे, दोनों जहाँ वाले
ढूँढू कहाँ उन्हें ये तो बता दे
मालिक मुझ को रस्ता दिखा दे
हूँ मैं परेशान जाऊँ किधर अब?
मुश्किल को मेरी आसाँ बना दे
आसाँ बना दे, आसाँ बना दे
मेरी तुझ से शिक़ायत है
अरे, दोनों जहाँ वाले
उजाड़ा क्यूँ चमन मेरा?
अरे, ओ आसमाँ वाले
मेरी तुझ से शिक़ायत है
अरे, दोनों जहाँ वाले
आवाज़ उस की मुझ को सुना दे
जान में मेरी जान को ला दे
जब मैं जानूँ तेरा करिश्मा
बिछड़े हुए दिल फिर से मिला दे
फिर से मिला दे, फिर से मिला दे
मेरी तुझ से शिक़ायत है
अरे, दोनों जहाँ वाले
उजाड़ा क्यूँ चमन मेरा?
अरे, ओ आसमाँ वाले
मेरी तुझ से शिक़ायत है
अरे, दोनों जहाँ वाले
अरे, दोनों जहाँ वाले
अरे, दोनों जहाँ वाले
मेरी तुझ से शिक़ायत है
अरे, दोनों जहाँ वाले
उजाड़ा क्यूँ चमन मेरा?
अरे, ओ आसमाँ वाले
मेरी तुझ से शिक़ायत है
अरे, दोनों जहाँ वाले
उजाड़ा क्यूँ चमन मेरा?
अरे, ओ आसमाँ वाले
मेरी तुझ से शिक़ायत है
अरे, दोनों जहाँ वाले
गुलज़ार मेरा तूने सजाया
झोंका हवा का कैसा ये आया?
चारों तरफ़ अब ग़म का धुआँ है
रस्ता ना सूझे, तू ही दिखा जा
तू ही दिखा जा, तू ही दिखा जा
मेरी तुझ से शिक़ायत है
अरे, दोनों जहाँ वाले
उजाड़ा क्यूँ चमन मेरा?
अरे, ओ आसमाँ वाले
मेरी तुझ से शिक़ायत है
अरे, दोनों जहाँ वाले
ढूँढू कहाँ उन्हें ये तो बता दे
मालिक मुझ को रस्ता दिखा दे
हूँ मैं परेशान जाऊँ किधर अब?
मुश्किल को मेरी आसाँ बना दे
आसाँ बना दे, आसाँ बना दे
मेरी तुझ से शिक़ायत है
अरे, दोनों जहाँ वाले
उजाड़ा क्यूँ चमन मेरा?
अरे, ओ आसमाँ वाले
मेरी तुझ से शिक़ायत है
अरे, दोनों जहाँ वाले
आवाज़ उस की मुझ को सुना दे
जान में मेरी जान को ला दे
जब मैं जानूँ तेरा करिश्मा
बिछड़े हुए दिल फिर से मिला दे
फिर से मिला दे, फिर से मिला दे
मेरी तुझ से शिक़ायत है
अरे, दोनों जहाँ वाले
उजाड़ा क्यूँ चमन मेरा?
अरे, ओ आसमाँ वाले
मेरी तुझ से शिक़ायत है
अरे, दोनों जहाँ वाले
अरे, दोनों जहाँ वाले
अरे, दोनों जहाँ वाले
Writer(s): Bappi Lahiri, Hasrat Jaipuri Lyrics powered by www.musixmatch.com