Hey Bhagwan Songtext
von Raghu Dixit
Hey Bhagwan Songtext
हे
ये ना-ना-ना-ना-ना-ना-ना-ना रे
ना-ना-ना-ना-ना रे, र-र
त-न-ने-र-ण-ना-ना-ना
त-न-ने-र-ण-ना-ना-ना
त-न-ने-र-ण-ना-ना-ना
त-न-ने-र-ण-ना-ना-ना
त-न-ने-र-ण-नन्ना-ना-ना
ये छोटी सी है ज़िंदगी
ये छोटी सी है ज़िंदगी
उससे छोटा एक सपना
ये छोटी सी है ज़िंदगी
उससे छोटा एक सपना
एक बार इस धरती पे
देख लूँ ख़ुदा अपना
हे भगवान! मुझको तू ज़िंदगी दोबारा दे
हे भगवान! मुझको तू ज़िंदगी दोबारा दे
रात के अंधेरे में
हो, रात के अंधेरे में
मुझे जो उजाला दे
रात के अंधेरे में
मुझे जो उजाला दे
जब तक जागूँ तो अपनी
गोद का सहारा दे
हे भगवान! मुझको तू ज़िंदगी दोबारा दे
हे भगवान! मुझको तू ज़िंदगी दोबारा दे
आज भी तू देखता होगा
हो, आज भी तू देखता होगा
कहीं दूर दुआ आसमां
आज भी तू देखता होगा
कहीं दूर दुआ आसमां
हो, कैसे खोया जा रहा है
अपने-आप में इंसान!
हे भगवान! मुझको तू ज़िंदगी दोबारा दे
हे भगवान! मुझको तू ज़िंदगी दोबारा दे
ये दिल को संभालूँ कैसे?
ये दिल को संभालूँ कैसे?
तन्हाई में डूबी रात है
ये दिल को संभालूँ कैसे?
तन्हाई में डूबी रात है
अकेले हो तो क्या हुआ रे?
अकेले हो तो क्या हुआ रे?
अकेले हो तो क्या हुआ रे?
उसका जो सहारा है
हे भगवान! मुझको तू ज़िंदगी दोबारा दे
हे भगवान! मुझको तू ज़िंदगी दोबारा दे
ये ना-ना-ना-ना-ना-ना-ना-ना रे
ना-ना-ना-ना-ना रे, र-र
त-न-ने-र-ण-ना-ना-ना
त-न-ने-र-ण-ना-ना-ना
त-न-ने-र-ण-ना-ना-ना
त-न-ने-र-ण-ना-ना-ना
त-न-ने-र-ण-नन्ना-ना-ना
ये छोटी सी है ज़िंदगी
ये छोटी सी है ज़िंदगी
उससे छोटा एक सपना
ये छोटी सी है ज़िंदगी
उससे छोटा एक सपना
एक बार इस धरती पे
देख लूँ ख़ुदा अपना
हे भगवान! मुझको तू ज़िंदगी दोबारा दे
हे भगवान! मुझको तू ज़िंदगी दोबारा दे
रात के अंधेरे में
हो, रात के अंधेरे में
मुझे जो उजाला दे
रात के अंधेरे में
मुझे जो उजाला दे
जब तक जागूँ तो अपनी
गोद का सहारा दे
हे भगवान! मुझको तू ज़िंदगी दोबारा दे
हे भगवान! मुझको तू ज़िंदगी दोबारा दे
आज भी तू देखता होगा
हो, आज भी तू देखता होगा
कहीं दूर दुआ आसमां
आज भी तू देखता होगा
कहीं दूर दुआ आसमां
हो, कैसे खोया जा रहा है
अपने-आप में इंसान!
हे भगवान! मुझको तू ज़िंदगी दोबारा दे
हे भगवान! मुझको तू ज़िंदगी दोबारा दे
ये दिल को संभालूँ कैसे?
ये दिल को संभालूँ कैसे?
तन्हाई में डूबी रात है
ये दिल को संभालूँ कैसे?
तन्हाई में डूबी रात है
अकेले हो तो क्या हुआ रे?
अकेले हो तो क्या हुआ रे?
अकेले हो तो क्या हुआ रे?
उसका जो सहारा है
हे भगवान! मुझको तू ज़िंदगी दोबारा दे
हे भगवान! मुझको तू ज़िंदगी दोबारा दे
Writer(s): Raghu Dixit Lyrics powered by www.musixmatch.com