Labon Ko Songtext
von Pritam
Labon Ko Songtext
लबों को लबों पे सजाओ
क्या हो तुम? मुझे अब बताओ
लबों को लबों पे सजाओ
क्या हो तुम? मुझे अब बताओ
तोड़ दो खुद को तुम
बाहों में मेरी, बाहों में मेरी
बाहों में मेरी, बाहों में
बाहों में मेरी, बाहों में मेरी
बाहों में मेरी, बाहों में
तेरे एहसासों में, भीगे लम्हातों में मुझको डूबा, तिश्नगी सी है
तेरी अदाओं से, दिलकश खताओं से इन लम्हों में ज़िंदगी सी है
हया को ज़रा भूल जाओ
मेरी ही तरह पेश आओ
खो भी दो खुद को तुम
रातों में मेरी, रातों में मेरी
रातों में मेरी, रातों में
लबों को लबों पे सजाओ
क्या हो तुम? मुझे अब बताओ
तेरे जज़्बातों में, महकी सी साँसों में
ये जो महक संदली सी है
दिल की पनाहों में, बेखरी सी आहों में
सोने की ख्वाहिश जगी सी है
चेहरे से चेहरा छुपाओ
सीने की धड़कन सुनाओ
देख लो खुद को तुम
आँखों में मेरी, आँखों में मेरी
आँखों में मेरी, आँखों में
लबों को लबों पे सजाओ
क्या हो तुम? मुझे अब बताओ
क्या हो तुम? मुझे अब बताओ
लबों को लबों पे सजाओ
क्या हो तुम? मुझे अब बताओ
तोड़ दो खुद को तुम
बाहों में मेरी, बाहों में मेरी
बाहों में मेरी, बाहों में
बाहों में मेरी, बाहों में मेरी
बाहों में मेरी, बाहों में
तेरे एहसासों में, भीगे लम्हातों में मुझको डूबा, तिश्नगी सी है
तेरी अदाओं से, दिलकश खताओं से इन लम्हों में ज़िंदगी सी है
हया को ज़रा भूल जाओ
मेरी ही तरह पेश आओ
खो भी दो खुद को तुम
रातों में मेरी, रातों में मेरी
रातों में मेरी, रातों में
लबों को लबों पे सजाओ
क्या हो तुम? मुझे अब बताओ
तेरे जज़्बातों में, महकी सी साँसों में
ये जो महक संदली सी है
दिल की पनाहों में, बेखरी सी आहों में
सोने की ख्वाहिश जगी सी है
चेहरे से चेहरा छुपाओ
सीने की धड़कन सुनाओ
देख लो खुद को तुम
आँखों में मेरी, आँखों में मेरी
आँखों में मेरी, आँखों में
लबों को लबों पे सजाओ
क्या हो तुम? मुझे अब बताओ
Writer(s): Sayeed Quadri Lyrics powered by www.musixmatch.com