Door Hai Kinara Songtext
von Manna Dey
Door Hai Kinara Songtext
दूर है किनारा...
दूर है किनारा, गहरी नदी की धारा
टूटी तेरी नय्या, माझी, खेते जाओ रे
ये नय्या खेते जाओ रे
दूर है किनारा, हो
आँधी कभी, तूफ़ाँ कभी, कभी मझधार
ओ, माझी रे, माझी रे
आँधी कभी, तूफ़ाँ कभी, कभी मझधार
जीत है उसी की जिसने मानी नहीं हार
माझी, खेते जाओ रे
दूर है किनारा, हो
थोड़े कोई, ज़्यादा कोई देगा तुझे दाम
ओ, माझी रे, ओ, माझी रे
थोड़े कोई, ज़्यादा कोई देगा तुझे दाम
नय्या को पार लगाना, हो, माझी
नय्या को पार लगाना यही तेरा काम
माझी, खेते जाओ रे
दूर है किनारा, हो
डूबते हुए को बहुत हैं तिनके का सहारा
ओ, माझी रे, माझी रे
डूबते हुए को बहुत हैं तिनके का सहारा
मन जहाँ मान ले, माझी...
मन जहाँ मान ले, माझी, वहीं है किनारा
माझी, खेते जाओ रे
दूर है किनारा, गहरी नदी की रे धारा
टूटी तेरी नय्या, फिर भी खेते जाओ रे
ये नय्या खेते जाओ रे
ओ, माझी, खेते जाओ रे
दूर है किनारा, गहरी नदी की धारा
टूटी तेरी नय्या, माझी, खेते जाओ रे
ये नय्या खेते जाओ रे
दूर है किनारा, हो
आँधी कभी, तूफ़ाँ कभी, कभी मझधार
ओ, माझी रे, माझी रे
आँधी कभी, तूफ़ाँ कभी, कभी मझधार
जीत है उसी की जिसने मानी नहीं हार
माझी, खेते जाओ रे
दूर है किनारा, हो
थोड़े कोई, ज़्यादा कोई देगा तुझे दाम
ओ, माझी रे, ओ, माझी रे
थोड़े कोई, ज़्यादा कोई देगा तुझे दाम
नय्या को पार लगाना, हो, माझी
नय्या को पार लगाना यही तेरा काम
माझी, खेते जाओ रे
दूर है किनारा, हो
डूबते हुए को बहुत हैं तिनके का सहारा
ओ, माझी रे, माझी रे
डूबते हुए को बहुत हैं तिनके का सहारा
मन जहाँ मान ले, माझी...
मन जहाँ मान ले, माझी, वहीं है किनारा
माझी, खेते जाओ रे
दूर है किनारा, गहरी नदी की रे धारा
टूटी तेरी नय्या, फिर भी खेते जाओ रे
ये नय्या खेते जाओ रे
ओ, माझी, खेते जाओ रे
Writer(s): Ravindra Jain Lyrics powered by www.musixmatch.com