Zindagi Ki Yahi Reet Hai (Sad) Songtext
von Laxmikant Pyarelal
Zindagi Ki Yahi Reet Hai (Sad) Songtext
खेलते-खेलते एक तितली ना जाने कहाँ खो गयी
खेलते-खेलते एक तितली ना जाने कहाँ खो गयी
एक नन्ही किरण क्यूँ अँधेरे में यूँ सो गयी
सबकी आँखों में फ़रियाद है
सबके दिल में तेरी याद है
तू नहीं है, तेरी प्रीत है
ज़िन्दगी की यही रीत है
ज़िन्दगी की यही रीत है
ज़िन्दगी की यही रीत है
खेलते-खेलते एक तितली ना जाने कहाँ खो गयी
एक नन्ही किरण क्यूँ अँधेरे में यूँ सो गयी
सबकी आँखों में फ़रियाद है
सबके दिल में तेरी याद है
तू नहीं है, तेरी प्रीत है
ज़िन्दगी की यही रीत है
ज़िन्दगी की यही रीत है
ज़िन्दगी की यही रीत है
Writer(s): Javed Akhtar, Laxmikant Kudalkar, Sharma Pyarelal Lyrics powered by www.musixmatch.com