Mahfil Mein Sitaron Ki Songtext
von Kumar Sanu & Alka Yagnik
Mahfil Mein Sitaron Ki Songtext
महफ़िल में सितारों की रात-भर तेरा ज़िक्र ही चलता है
महफ़िल में सितारों की रात-भर तेरा ज़िक्र ही चलता है
दीदार तेरा पाने के लिए ही चाँद निकलता है
महफ़िल में सितारों की रात-भर तेरा ज़िक्र ही चलता है
दीदार तेरा पाने के लिए ही चाँद निकलता है
महफ़िल में सितारों की रात-भर...
सूरज तेरी कोमल काया को किरणों से ही छू लेता है
सूरज तेरी कोमल काया को किरणों से ही छू लेता है
तेरे प्यार में दीवाना हो कर दुनिया को उजाला देता है
...दुनिया को उजाला देता है
दिन-भर तेरे यौवन को देख कर ही वो शाम को ढलता है
दीदार तेरा पाने के लिए ही चाँद निकलता है
महफ़िल में सितारों की रात-भर तेरा ज़िक्र ही चलता है
दीदार तेरा पाने के लिए ही चाँद निकलता है
महफ़िल में सितारों की रात-भर...
गुन-गुन-गुन सागर की लहरे तेरे गीतों को गाती हैं
गुन-गुन-गुन सागर की लहरे तेरे गीतों को गाती हैं
सन-सन-सन हवाएँ सातों सुरों में नग़में तेरे दोहराती हैं
...नग़में तेरे दोहराती हैं
हर गुल गुलशन में नाम तेरा ले कर के ही खिलता है
दीदार तेरा पाने के लिए ही चाँद निकलता है
महफ़िल में सितारों की रात-भर तेरा ज़िक्र ही चलता है
दीदार तेरा पाने के लिए ही चाँद निकलता है
महफ़िल में सितारों की रात-भर तेरा ज़िक्र ही चलता है
महफ़िल में सितारों की रात-भर तेरा ज़िक्र ही चलता है
दीदार तेरा पाने के लिए ही चाँद निकलता है
महफ़िल में सितारों की रात-भर तेरा ज़िक्र ही चलता है
दीदार तेरा पाने के लिए ही चाँद निकलता है
महफ़िल में सितारों की रात-भर...
सूरज तेरी कोमल काया को किरणों से ही छू लेता है
सूरज तेरी कोमल काया को किरणों से ही छू लेता है
तेरे प्यार में दीवाना हो कर दुनिया को उजाला देता है
...दुनिया को उजाला देता है
दिन-भर तेरे यौवन को देख कर ही वो शाम को ढलता है
दीदार तेरा पाने के लिए ही चाँद निकलता है
महफ़िल में सितारों की रात-भर तेरा ज़िक्र ही चलता है
दीदार तेरा पाने के लिए ही चाँद निकलता है
महफ़िल में सितारों की रात-भर...
गुन-गुन-गुन सागर की लहरे तेरे गीतों को गाती हैं
गुन-गुन-गुन सागर की लहरे तेरे गीतों को गाती हैं
सन-सन-सन हवाएँ सातों सुरों में नग़में तेरे दोहराती हैं
...नग़में तेरे दोहराती हैं
हर गुल गुलशन में नाम तेरा ले कर के ही खिलता है
दीदार तेरा पाने के लिए ही चाँद निकलता है
महफ़िल में सितारों की रात-भर तेरा ज़िक्र ही चलता है
दीदार तेरा पाने के लिए ही चाँद निकलता है
महफ़िल में सितारों की रात-भर तेरा ज़िक्र ही चलता है
Writer(s): Sameer Lalji Anjaan, Nagrath Rajesh Roshan Lyrics powered by www.musixmatch.com