Aankhon Mein Tumhari Songtext
von Kumar Sanu & Alka Yagnik
Aankhon Mein Tumhari Songtext
आँखों में तुम हो, साँसों में तुम हो
तुम हो मेरी ज़िंदगी
मेरे क़रीब हो, मेरा नसीब हो
तुम हो मेरी बंदगी
ये पहला प्यार है, वफ़ा का इक़रार है
तुम हो मेरी हर ख़ुशी, ओ सनम, ओ सनम
आँखों में तुम हो, साँसों में तुम हो
तुम हो मेरी ज़िंदगी
मेरे क़रीब हो, मेरा नसीब हो
तुम हो मेरी बंदगी
ये पहला प्यार है, वफ़ा का इक़रार है
तुम हो मेरी हर ख़ुशी, ओ सनम, ओ सनम
ऐसे ना अपनी रेशमी ज़ुल्फ़ें बिखराओ
बेचैनी इस दिल की ना और बढ़ाओ
ओ, शर्म से मेरी आँखें क्यूँ झुक जाती है?
बातें लबों तक आ के क्यूँ रुक जाती है?
यही तो इज़हार है, दीवानों का ख़ुमार है
तुम हो मेरी बेख़ुदी, ओ सनम, ओ सनम
तेरी मोहब्बत ने क्या मेरी हालत कर दी
हाल बताऊँ कैसे तुझको बेदर्दी?
ओ, प्यास तेरी चाहत की क्यूँ बढ़ती जाए?
इक पल भी अब मुझको क्यूँ चैन ना आए?
इसी में तो क़रार है, ख़िज़ाँ में भी बहार है
तुम हो मेरी आशिक़ी, ओ सनम, ओ सनम
आँखों में तुम हो, साँसों में तुम हो
तुम हो मेरी ज़िंदगी
मेरे क़रीब हो, मेरा नसीब हो
तुम हो मेरी बंदगी
ये पहला प्यार है, वफ़ा का इक़रार है
तुम हो मेरी हर ख़ुशी, ओ सनम, ओ सनम
तुम हो मेरी ज़िंदगी
मेरे क़रीब हो, मेरा नसीब हो
तुम हो मेरी बंदगी
ये पहला प्यार है, वफ़ा का इक़रार है
तुम हो मेरी हर ख़ुशी, ओ सनम, ओ सनम
आँखों में तुम हो, साँसों में तुम हो
तुम हो मेरी ज़िंदगी
मेरे क़रीब हो, मेरा नसीब हो
तुम हो मेरी बंदगी
ये पहला प्यार है, वफ़ा का इक़रार है
तुम हो मेरी हर ख़ुशी, ओ सनम, ओ सनम
ऐसे ना अपनी रेशमी ज़ुल्फ़ें बिखराओ
बेचैनी इस दिल की ना और बढ़ाओ
ओ, शर्म से मेरी आँखें क्यूँ झुक जाती है?
बातें लबों तक आ के क्यूँ रुक जाती है?
यही तो इज़हार है, दीवानों का ख़ुमार है
तुम हो मेरी बेख़ुदी, ओ सनम, ओ सनम
तेरी मोहब्बत ने क्या मेरी हालत कर दी
हाल बताऊँ कैसे तुझको बेदर्दी?
ओ, प्यास तेरी चाहत की क्यूँ बढ़ती जाए?
इक पल भी अब मुझको क्यूँ चैन ना आए?
इसी में तो क़रार है, ख़िज़ाँ में भी बहार है
तुम हो मेरी आशिक़ी, ओ सनम, ओ सनम
आँखों में तुम हो, साँसों में तुम हो
तुम हो मेरी ज़िंदगी
मेरे क़रीब हो, मेरा नसीब हो
तुम हो मेरी बंदगी
ये पहला प्यार है, वफ़ा का इक़रार है
तुम हो मेरी हर ख़ुशी, ओ सनम, ओ सनम
Writer(s): Anand Bakshi, Anu Malik Lyrics powered by www.musixmatch.com