Afsana Songtext
von Himesh Reshammiya
Afsana Songtext
(अफ़साना बना के भूल ना जाना)
(दीवाना बना के दूर ना जाना)
अफ़साना बना के भूल ना जाना
दीवाना बना के दूर ना जाना
इश्क़, मेरा इश्क़ निभाना
इश्क़, मेरा इश्क़ निभाना
अफ़साना बना के भूल ना जाना
दीवाना बना के दूर ना जाना
अफ़साना बना के भूल ना जाना
दीवाना बना के दूर ना जाना
तन्हा ना छोड़ना, क़स्मे ना तोड़ना
तन्हा ना छोड़ना, क़स्मे ना तोड़ना
इश्क़, मेरा इश्क़ निभाना
अफ़साना बना के भूल ना जाना
दीवाना बना के दूर ना जाना
अफ़साना बना के भूल ना जाना
दीवाना बना के दूर ना जाना
ये क्या हुआ है? कैसा नशा है?
छाई है दिल पे क्यूँ बेख़ुदी?
तुमसे है कहना, वादा है लेना
धोखा ना देना हमको कभी
आवारा हर धड़कन है, बेचैन मेरा दिल है
बेताबी का ये आलम, समझाना मुश्किल है
ये रिश्ता जोड़ना, तन्हा ना छोड़ना
इश्क़, मेरा इश्क़ निभाना
अफ़साना बना के भूल ना जाना
दीवाना बना के दूर ना जाना
अफ़साना बना के भूल ना जाना
दीवाना बना के दूर ना जाना
ज़हर-ज़हर है, कहर-कहर है
तेरी चाहतों का है ये असर
क्यूँ भीड़ में भी तन्हाइयाँ हैं
बेचैनियाँ हैं, ऐ हमसफ़र?
मदहोशी के लम्हे हैं, साँसों में तूफ़ाँ हैं
लुट जाने का चाहत में अब मेरा अरमाँ है
राहें ना मोड़ना, क़स्मे ना तोड़ना
इश्क़, मेरा इश्क़ निभाना
अफ़साना बना के भूल ना जाना
दीवाना बना के दूर ना जाना
अफ़साना बना के भूल ना जाना
दीवाना बना के दूर ना जाना
(दीवाना बना के दूर ना जाना)
अफ़साना बना के भूल ना जाना
दीवाना बना के दूर ना जाना
इश्क़, मेरा इश्क़ निभाना
इश्क़, मेरा इश्क़ निभाना
अफ़साना बना के भूल ना जाना
दीवाना बना के दूर ना जाना
अफ़साना बना के भूल ना जाना
दीवाना बना के दूर ना जाना
तन्हा ना छोड़ना, क़स्मे ना तोड़ना
तन्हा ना छोड़ना, क़स्मे ना तोड़ना
इश्क़, मेरा इश्क़ निभाना
अफ़साना बना के भूल ना जाना
दीवाना बना के दूर ना जाना
अफ़साना बना के भूल ना जाना
दीवाना बना के दूर ना जाना
ये क्या हुआ है? कैसा नशा है?
छाई है दिल पे क्यूँ बेख़ुदी?
तुमसे है कहना, वादा है लेना
धोखा ना देना हमको कभी
आवारा हर धड़कन है, बेचैन मेरा दिल है
बेताबी का ये आलम, समझाना मुश्किल है
ये रिश्ता जोड़ना, तन्हा ना छोड़ना
इश्क़, मेरा इश्क़ निभाना
अफ़साना बना के भूल ना जाना
दीवाना बना के दूर ना जाना
अफ़साना बना के भूल ना जाना
दीवाना बना के दूर ना जाना
ज़हर-ज़हर है, कहर-कहर है
तेरी चाहतों का है ये असर
क्यूँ भीड़ में भी तन्हाइयाँ हैं
बेचैनियाँ हैं, ऐ हमसफ़र?
मदहोशी के लम्हे हैं, साँसों में तूफ़ाँ हैं
लुट जाने का चाहत में अब मेरा अरमाँ है
राहें ना मोड़ना, क़स्मे ना तोड़ना
इश्क़, मेरा इश्क़ निभाना
अफ़साना बना के भूल ना जाना
दीवाना बना के दूर ना जाना
अफ़साना बना के भूल ना जाना
दीवाना बना के दूर ना जाना
Writer(s): Himesh Vipin Reshammiya, Sameer Lyrics powered by www.musixmatch.com