Main Payal Hai Chankayi Songtext
von Falguni Pathak
Main Payal Hai Chankayi Songtext
तूने पायल जो छनकाई, फिर क्यूँ आया ना हरजाई?
ओ-हो-हो, ओ-हो-हो
तूने पायल जो छनकाई, फिर क्यूँ आया ना हरजाई?
ओ-हो-हो, ओ-हो-हो
मैंने...
मैंने पायल है छनकाई, अब तो आजा तू हरजाई
मैंने पायल है छनकाई, अब तो आजा तू हरजाई
मेरी साँसों में तू है बसा, ओ, सजना, आजा, ना अब तरसा
ओ, सजना, आजा, ना अब तरसा
मैंने पायल है छनकाई, अब तो आजा तू हरजाई
मेरी साँसों में तू है बसा, ओ, सजना, आजा, ना अब तरसा
ओ, सजना, आजा, ना अब तरसा
चले जब ये पुरवाई, बजे दिल में शहनाई
तू ही मेरे सपनों का, ओ, सजना
चले जब ये पुरवाई, बजे दिल में शहनाई
तू ही मेरे सपनों का, ओ, सजना
मैंने...
मैंने चुनरी है लहराई, अब तो आजा तू हरजाई
मेरी साँसों में तू है बसा, ओ, सजना, आजा, ना अब तरसा
ओ, सजना, आजा, ना अब तरसा
तूने चुनरी जो लहराई, फिर क्यूँ आया ना हरजाई?
ओ-हो-हो, ओ-हो-हो
तूने चुनरी जो लहराई, फिर क्यूँ आया ना हरजाई?
ओ-हो-हो, ओ-हो-हो
मैं दिन-भर सोच में डूबूँ, मैं रात में जागूँ, ना सोऊँ
तू ही दिल में रहता है, ओ, सजना
मैं दिन-भर सोच में डूबूँ, मैं रात में जागूँ, ना सोऊँ
तू ही दिल में रहता है, ओ, सजना
मैंने...
मैंने चूड़ी है खनकाई, अब तो आजा तू हरजाई
मेरी साँसों में तू है बसा, ओ, सजना, आजा ना अब तरसा
ओ, सजना, आजा ना अब तरसा
तूने चूड़ी जो खनकाई, फिर क्यूँ आया ना हरजाई?
ओ-हो-हो, ओ-हो-हो
तूने पायल जो छनकाई, फिर क्यूँ आया ना हरजाई?
ओ-हो-हो, ओ-हो-हो
तूने चुनरी जो लहराई, फिर क्यूँ आया ना हरजाई?
ओ-हो-हो, ओ-हो-हो
ओ-हो-हो, ओ-हो-हो
तूने पायल जो छनकाई, फिर क्यूँ आया ना हरजाई?
ओ-हो-हो, ओ-हो-हो
मैंने...
मैंने पायल है छनकाई, अब तो आजा तू हरजाई
मैंने पायल है छनकाई, अब तो आजा तू हरजाई
मेरी साँसों में तू है बसा, ओ, सजना, आजा, ना अब तरसा
ओ, सजना, आजा, ना अब तरसा
मैंने पायल है छनकाई, अब तो आजा तू हरजाई
मेरी साँसों में तू है बसा, ओ, सजना, आजा, ना अब तरसा
ओ, सजना, आजा, ना अब तरसा
चले जब ये पुरवाई, बजे दिल में शहनाई
तू ही मेरे सपनों का, ओ, सजना
चले जब ये पुरवाई, बजे दिल में शहनाई
तू ही मेरे सपनों का, ओ, सजना
मैंने...
मैंने चुनरी है लहराई, अब तो आजा तू हरजाई
मेरी साँसों में तू है बसा, ओ, सजना, आजा, ना अब तरसा
ओ, सजना, आजा, ना अब तरसा
तूने चुनरी जो लहराई, फिर क्यूँ आया ना हरजाई?
ओ-हो-हो, ओ-हो-हो
तूने चुनरी जो लहराई, फिर क्यूँ आया ना हरजाई?
ओ-हो-हो, ओ-हो-हो
मैं दिन-भर सोच में डूबूँ, मैं रात में जागूँ, ना सोऊँ
तू ही दिल में रहता है, ओ, सजना
मैं दिन-भर सोच में डूबूँ, मैं रात में जागूँ, ना सोऊँ
तू ही दिल में रहता है, ओ, सजना
मैंने...
मैंने चूड़ी है खनकाई, अब तो आजा तू हरजाई
मेरी साँसों में तू है बसा, ओ, सजना, आजा ना अब तरसा
ओ, सजना, आजा ना अब तरसा
तूने चूड़ी जो खनकाई, फिर क्यूँ आया ना हरजाई?
ओ-हो-हो, ओ-हो-हो
तूने पायल जो छनकाई, फिर क्यूँ आया ना हरजाई?
ओ-हो-हो, ओ-हो-हो
तूने चुनरी जो लहराई, फिर क्यूँ आया ना हरजाई?
ओ-हो-हो, ओ-हो-हो
Writer(s): Lalit Sen Lyrics powered by www.musixmatch.com