Kaun Hoon Main Songtext
von Atif Aslam
Kaun Hoon Main Songtext
अनजानी सी ख़्वाहिश है
अनजाना है अफ़साना
ना मेरी कोई मंज़िल है
ना कोई है ठिकाना
ओ, अनजानी सी ख़्वाहिश है
अनजाना है अफ़साना
ना मेरी कोई मंज़िल है
ना कोई है ठिकाना
कौन हूँ मैं, किस की मुझे तलाश?
कौन हूँ मैं, किस की मुझे तलाश?
इन सूनी-सूनी तनहा राहों पर
(Who am I?)
(Who, who am I?)
बहके-बहके से पलछिन हैं
होश में भी मदहोशी है
मुझको सुनाई देती है
ये कैसी ख़ामोशी है?
(Who, who am I?)
बहके-बहके से पलछिन हैं
होश में भी मदहोशी है
मुझको सुनाई देती है
ये कैसी ख़ामोशी है?
कौन हूँ मैं, किस की मुझे तलाश?
कौन हूँ मैं, किस की मुझे तलाश?
इन सूनी-सूनी तनहा राहों पर
कोई भी तो जाने ना
आलम मेरी तनहाई का
पीछा करता रहता हूँ
मैं तो अपनी परछाई का
कोई भी तो जाने ना
आलम मेरी तनहाई का
पीछा करता रहता हूँ
मैं तो अपनी परछाई का
कौन हूँ मैं, किस की मुझे तलाश?
कौन हूँ मैं, किस की मुझे तलाश?
इन सूनी-सूनी तनहा राहों पर
अनजाना है अफ़साना
ना मेरी कोई मंज़िल है
ना कोई है ठिकाना
ओ, अनजानी सी ख़्वाहिश है
अनजाना है अफ़साना
ना मेरी कोई मंज़िल है
ना कोई है ठिकाना
कौन हूँ मैं, किस की मुझे तलाश?
कौन हूँ मैं, किस की मुझे तलाश?
इन सूनी-सूनी तनहा राहों पर
(Who am I?)
(Who, who am I?)
बहके-बहके से पलछिन हैं
होश में भी मदहोशी है
मुझको सुनाई देती है
ये कैसी ख़ामोशी है?
(Who, who am I?)
बहके-बहके से पलछिन हैं
होश में भी मदहोशी है
मुझको सुनाई देती है
ये कैसी ख़ामोशी है?
कौन हूँ मैं, किस की मुझे तलाश?
कौन हूँ मैं, किस की मुझे तलाश?
इन सूनी-सूनी तनहा राहों पर
कोई भी तो जाने ना
आलम मेरी तनहाई का
पीछा करता रहता हूँ
मैं तो अपनी परछाई का
कोई भी तो जाने ना
आलम मेरी तनहाई का
पीछा करता रहता हूँ
मैं तो अपनी परछाई का
कौन हूँ मैं, किस की मुझे तलाश?
कौन हूँ मैं, किस की मुझे तलाश?
इन सूनी-सूनी तनहा राहों पर
Writer(s): Sameer Anjaan, Sachin Gupta Lyrics powered by www.musixmatch.com