Chodd Gaye (II) Songtext
von Atif Aslam
Chodd Gaye (II) Songtext
चुपके से आए सब के दरमयाँ
सिर्फ़ मैं जानूँ तू है कहाँ-कहाँ
चुपके से आए सब के दरमयाँ
सिर्फ़ में जानूँ तू है कहाँ-कहाँ
हवा वो, सुर वो, गीत वो, आवाज़ वो
नरमी, गर्मी, आहट या साज़ वो
क्यूँ छोड़ गए रस्ते?
कभी साथ चले थे जिनपे
हवा वो, सुर वो, गीत वो, आवाज़ वो
नरमी, गर्मी, आहट या साज़ वो
आहट सुनूँ, तुमको देखूँ
जब देख लूँ, क्या मैं कहूँ?
होंठ खुले, ज़ुबाँ गूँथ हो
लफ़्ज़ों की खोज में मैं गुम रहूँ
क्यूँ छोड़ गए रस्ते?
कभी साथ चले थे जिनपे
क्यूँ छोड़ गए रस्ते?
कभी साथ चले थे जिनपे
क्यूँ छोड़ गए रस्ते? (कब तक भरूँ ख़ुद में जुनूँ)
तुम ना मिलो, कैसे सहूँ?
कभी साथ चले थे जिनपे (अपनी वफ़ा पे है यक़ीं)
तुम साथ ना, तो क्या कहूँ?
क्यूँ छोड़ चले रस्ते?
ये घड़ियों की साज़िश है के आप आए ना
ये मेरी गुज़ारिश है आएँ तो जाएँ ना (क्यूँ छोड़ गए रस्ते?)
सिर्फ़ मैं जानूँ तू है कहाँ-कहाँ
चुपके से आए सब के दरमयाँ
सिर्फ़ में जानूँ तू है कहाँ-कहाँ
हवा वो, सुर वो, गीत वो, आवाज़ वो
नरमी, गर्मी, आहट या साज़ वो
क्यूँ छोड़ गए रस्ते?
कभी साथ चले थे जिनपे
हवा वो, सुर वो, गीत वो, आवाज़ वो
नरमी, गर्मी, आहट या साज़ वो
आहट सुनूँ, तुमको देखूँ
जब देख लूँ, क्या मैं कहूँ?
होंठ खुले, ज़ुबाँ गूँथ हो
लफ़्ज़ों की खोज में मैं गुम रहूँ
क्यूँ छोड़ गए रस्ते?
कभी साथ चले थे जिनपे
क्यूँ छोड़ गए रस्ते?
कभी साथ चले थे जिनपे
क्यूँ छोड़ गए रस्ते? (कब तक भरूँ ख़ुद में जुनूँ)
तुम ना मिलो, कैसे सहूँ?
कभी साथ चले थे जिनपे (अपनी वफ़ा पे है यक़ीं)
तुम साथ ना, तो क्या कहूँ?
क्यूँ छोड़ चले रस्ते?
ये घड़ियों की साज़िश है के आप आए ना
ये मेरी गुज़ारिश है आएँ तो जाएँ ना (क्यूँ छोड़ गए रस्ते?)
Writer(s): Atif Aslam Lyrics powered by www.musixmatch.com