Samajh Kar Chand Jisko Songtext
von Anu Malik
Samajh Kar Chand Jisko Songtext
समझकर चाँद जिसको आसमाँ ने दिल में रखा है
समझकर चाँद जिसको आसमाँ ने दिल में रखा है
मेरे महबूब की टूटी हुई चूड़ी का टुकड़ा है
मेरे महबूब की टूटी हुई चूड़ी का टुकड़ा है
तेरे मेहंदी लगे हाथों में जब चूड़ी खनकती है
तो इस गोरी कलाई में ये दिल बनके धड़कती है
ये दिल बनके धड़कती है, ये दिल बनके धड़कती है
ये चूड़ी आशिक़ों को प्यार के नग़मे सुनाती है
सुहानी रात की खामोशियो में हीर गाती है
ये चूड़ी हीर गाती है, ये चूड़ी हीर गाती है
ज़मी पर जो उतर आया, ये वो जन्नत का नग़मा है
समझकर चाँद जिसको आसमाँ ने दिल में रखा है
मेरे महबूब की टूटी हुई चूड़ी का टुकड़ा है
मेरी नज़रों से देखो तो वो मेरे दिल का टुकड़ा है
मेरे महबूब जैसा इस ज़माने में नहीं कोई
दिया लेके भी ढूँढ़ो तो नहीं ऐसा हंसीं कोई
नहीं ऐसा हंसीं कोई, नहीं ऐसा हंसीं कोई
कभी टूटे से टूटे ना हमारे प्यार की ड़ोरी
तेरी चाहत ही बस मेरे लिए अनमोल है गोरी
बड़ी अनमोल है गोरी, बड़ी अनमोल है गोरी
जुदा हम तुम नहीं होंगे हमारा तुमसे वादा है
समझकर चाँद जिसको आसमा ने दिल में रखा है
मेरी नज़रों से देखो तो वो मेरे दिल का टुकड़ा है
मेरे महबूब की टूटी हुई चूड़ी का टुकड़ा है
समझकर चाँद जिसको आसमाँ ने दिल में रखा है
मेरे महबूब की टूटी हुई चूड़ी का टुकड़ा है
मेरे महबूब की टूटी हुई चूड़ी का टुकड़ा है
तेरे मेहंदी लगे हाथों में जब चूड़ी खनकती है
तो इस गोरी कलाई में ये दिल बनके धड़कती है
ये दिल बनके धड़कती है, ये दिल बनके धड़कती है
ये चूड़ी आशिक़ों को प्यार के नग़मे सुनाती है
सुहानी रात की खामोशियो में हीर गाती है
ये चूड़ी हीर गाती है, ये चूड़ी हीर गाती है
ज़मी पर जो उतर आया, ये वो जन्नत का नग़मा है
समझकर चाँद जिसको आसमाँ ने दिल में रखा है
मेरे महबूब की टूटी हुई चूड़ी का टुकड़ा है
मेरी नज़रों से देखो तो वो मेरे दिल का टुकड़ा है
मेरे महबूब जैसा इस ज़माने में नहीं कोई
दिया लेके भी ढूँढ़ो तो नहीं ऐसा हंसीं कोई
नहीं ऐसा हंसीं कोई, नहीं ऐसा हंसीं कोई
कभी टूटे से टूटे ना हमारे प्यार की ड़ोरी
तेरी चाहत ही बस मेरे लिए अनमोल है गोरी
बड़ी अनमोल है गोरी, बड़ी अनमोल है गोरी
जुदा हम तुम नहीं होंगे हमारा तुमसे वादा है
समझकर चाँद जिसको आसमा ने दिल में रखा है
मेरी नज़रों से देखो तो वो मेरे दिल का टुकड़ा है
मेरे महबूब की टूटी हुई चूड़ी का टुकड़ा है
Writer(s): Anu Malik, Zameer Kazmi Lyrics powered by www.musixmatch.com