Udaan (Nadi Mein Talab Hai) Songtext
von Amit Trivedi
Udaan (Nadi Mein Talab Hai) Songtext
नदी में तलब है कहीं जो अगर
समंदर कहाँ दूर है
दमकती गरज़ है सोने में अगर
तो जलना भी मंजूर है
एक उड़ान कब तलक यु कैद रहेगी
रोको ना छोड़ दो इसे
एक उड़ान ही सपनो को ज़िंदगी देगी
सपनो से जोड़ दो इसे
पुरानी दलीलो रस्मों को सभी
अभी से कहे अलविदा
बदलते दीनो के तरीकों से
सींचे हम नया गुलसिता
एक उड़ान कब तलक यु कैद रहेगी
रोको ना छोड़ दो इसे
एक उड़ान ही सपनो को ज़िंदगी देगी
सपनो से जोड़ दो इससे
एक उड़ान कब तलक यु कैद रहेगी
रोको ना छोड़ दो इसे
एक उड़ान ही सपनो को ज़िंदगी देगी
सपनो से जोड़ दो इसे
समंदर कहाँ दूर है
दमकती गरज़ है सोने में अगर
तो जलना भी मंजूर है
एक उड़ान कब तलक यु कैद रहेगी
रोको ना छोड़ दो इसे
एक उड़ान ही सपनो को ज़िंदगी देगी
सपनो से जोड़ दो इसे
पुरानी दलीलो रस्मों को सभी
अभी से कहे अलविदा
बदलते दीनो के तरीकों से
सींचे हम नया गुलसिता
एक उड़ान कब तलक यु कैद रहेगी
रोको ना छोड़ दो इसे
एक उड़ान ही सपनो को ज़िंदगी देगी
सपनो से जोड़ दो इससे
एक उड़ान कब तलक यु कैद रहेगी
रोको ना छोड़ दो इसे
एक उड़ान ही सपनो को ज़िंदगी देगी
सपनो से जोड़ दो इसे
Writer(s): Amitabh Bhattacharya Lyrics powered by www.musixmatch.com