Parinda Hai Parinda Songtext
von Wajid
Parinda Hai Parinda Songtext
बंदा, परवर, तेरा बंदा
बंदा, परवर, तेरा बंदा
आसमान में उड़ता परिंदा
पर फैलाए खुली हवा में
तेरी नवाज़िश पे है ज़िंदा
ओ, बंदा, परवर, तेरा बंदा
आसमान में उड़ता परिंदा
पर फैलाए खुली हवा में
तेरी नवाज़िश पे है ज़िंदा
मक़बरे पे बैठा कबूतर
मक़बरे पे बैठा कबूतर
पढ़े ज़बाँ से, "अल्लह-अल्लाह"
परिंदा है, परिंदा है, परिंदा है, परिंदा
आसमान में उड़ता परिंदा
परिंदा है, परिंदा है, परिंदा है, परिंदा
आसमान में उड़ता परिंदा
परिंदा है, परिंदा है, परिंदा है, परिंदा
बंदा, परवर, तेरा बंदा
आसमान में उड़ता परिंदा
ओ, रस्ते-रस्ते, दरिया-दरिया, ये तो मस्त-मलंगा फ़िरता
आब-ओ-दाना छोड़ के किसकी धुन में बादल-बादल उड़ता?
ऐसी उड़ानें उड़ना चाहे, हो जाए मंज़िल भी शर्मिंदा
मक़बरे पे बैठा कबूतर
पढ़े ज़बाँ से, "अल्लह-अल्लाह"
परिंदा है, परिंदा है, परिंदा है, परिंदा
आसमान में उड़ता परिंदा
परिंदा है, परिंदा है, परिंदा है, परिंदा
आसमान में उड़ता परिंदा
परिंदा है, परिंदा है, परिंदा है, परिंदा
बंदा, परवर, तेरा बंदा
आसमान में उड़ता परिंदा
पर फैलाए खुली हवा में
तेरी नवाज़िश पे है ज़िंदा
मक़बरे पे बैठा कबूतर
पढ़े ज़बाँ से, "अल्लह-अल्लाह"
परिंदा है, परिंदा है, परिंदा है, परिंदा
आसमान में उड़ता परिंदा
परिंदा है, परिंदा है, परिंदा है, परिंदा
आसमान में उड़ता परिंदा
परिंदा है, परिंदा है, परिंदा है, परिंदा
बंदा, परवर, तेरा बंदा
आसमान में उड़ता परिंदा
पर फैलाए खुली हवा में
तेरी नवाज़िश पे है ज़िंदा
ओ, बंदा, परवर, तेरा बंदा
आसमान में उड़ता परिंदा
पर फैलाए खुली हवा में
तेरी नवाज़िश पे है ज़िंदा
मक़बरे पे बैठा कबूतर
मक़बरे पे बैठा कबूतर
पढ़े ज़बाँ से, "अल्लह-अल्लाह"
परिंदा है, परिंदा है, परिंदा है, परिंदा
आसमान में उड़ता परिंदा
परिंदा है, परिंदा है, परिंदा है, परिंदा
आसमान में उड़ता परिंदा
परिंदा है, परिंदा है, परिंदा है, परिंदा
बंदा, परवर, तेरा बंदा
आसमान में उड़ता परिंदा
ओ, रस्ते-रस्ते, दरिया-दरिया, ये तो मस्त-मलंगा फ़िरता
आब-ओ-दाना छोड़ के किसकी धुन में बादल-बादल उड़ता?
ऐसी उड़ानें उड़ना चाहे, हो जाए मंज़िल भी शर्मिंदा
मक़बरे पे बैठा कबूतर
पढ़े ज़बाँ से, "अल्लह-अल्लाह"
परिंदा है, परिंदा है, परिंदा है, परिंदा
आसमान में उड़ता परिंदा
परिंदा है, परिंदा है, परिंदा है, परिंदा
आसमान में उड़ता परिंदा
परिंदा है, परिंदा है, परिंदा है, परिंदा
बंदा, परवर, तेरा बंदा
आसमान में उड़ता परिंदा
पर फैलाए खुली हवा में
तेरी नवाज़िश पे है ज़िंदा
मक़बरे पे बैठा कबूतर
पढ़े ज़बाँ से, "अल्लह-अल्लाह"
परिंदा है, परिंदा है, परिंदा है, परिंदा
आसमान में उड़ता परिंदा
परिंदा है, परिंदा है, परिंदा है, परिंदा
आसमान में उड़ता परिंदा
परिंदा है, परिंदा है, परिंदा है, परिंदा
Writer(s): Sajid-wajid, Shabbir Ahmed Lyrics powered by www.musixmatch.com