Mukhtasar Songtext
von Wajid
Mukhtasar Songtext
मुख़्तसर मुलाक़ात है
अनकही कोई बात है
फिर रात की शैतानियाँ
या अलग ये जज़्बात है?
मुख़्तसर मुलाक़ात है
अनकही कोई बात है
अनकही कोई बात है
मुख़्तसर मुलाक़ात है
अनकही कोई बात है
फ़िर रात की शैतानियाँ
या अलग ये जज़्बात है?
I can′t control this feeling
Don't know what′s going on
But I wanna let go, oh, oh, whoa
मौसम ये कहता है
भीगे अंधेरों में
डुबकी लगाते हैं, आ
पर मुझको लगता है
मैं रोक लूँ ख़ुद को
एहसास है ये नया
क्या हुआ? मैं हूँ बेख़बर
है नया सा सुहाना असर
जीत है या मात है?
मुख़्तसर मुलाक़ात है
अनकही कोई बात है
ये तो सुना था
के कुछ ऐसा होता है
पर मुझको भी हो गया
मेरी तो दुनिया
बिल्कुल अलग थी
अंदाज़ वो खो गया
देखना डूबना हो गया
डूबना तैरना हो गया
क्या असर मेरे साथ है?
मुख़्तसर मुलाक़ात है
अनकही कोई बात है
फ़िर रात की शैतानियाँ
या अलग ये जज़्बात है
अनकही कोई बात है
फिर रात की शैतानियाँ
या अलग ये जज़्बात है?
मुख़्तसर मुलाक़ात है
अनकही कोई बात है
अनकही कोई बात है
मुख़्तसर मुलाक़ात है
अनकही कोई बात है
फ़िर रात की शैतानियाँ
या अलग ये जज़्बात है?
I can′t control this feeling
Don't know what′s going on
But I wanna let go, oh, oh, whoa
मौसम ये कहता है
भीगे अंधेरों में
डुबकी लगाते हैं, आ
पर मुझको लगता है
मैं रोक लूँ ख़ुद को
एहसास है ये नया
क्या हुआ? मैं हूँ बेख़बर
है नया सा सुहाना असर
जीत है या मात है?
मुख़्तसर मुलाक़ात है
अनकही कोई बात है
ये तो सुना था
के कुछ ऐसा होता है
पर मुझको भी हो गया
मेरी तो दुनिया
बिल्कुल अलग थी
अंदाज़ वो खो गया
देखना डूबना हो गया
डूबना तैरना हो गया
क्या असर मेरे साथ है?
मुख़्तसर मुलाक़ात है
अनकही कोई बात है
फ़िर रात की शैतानियाँ
या अलग ये जज़्बात है
Writer(s): Vajid Sharafat Khan, Sajid Sharafat Khan, Prasoon Joshi Lyrics powered by www.musixmatch.com