Jab Mila Tu Songtext
von Vishal Dadlani
Jab Mila Tu Songtext
जैसे घड़ी की गिरह से वक़्त कहीं पे गिरा हो
जैसे रोशनी सुबह से हो जाए जुदा
जैसे गाने और नज़म से सुर कोई चुरा ले
वैसे आधा-अधूरा मैं हूँ तेरे बिना
जब मिला तू, रु-तू-रु-तू, रु-तू-रु-तू
ना थी कमी, ना जुस्तजू, रु-तू-रु-तू
और आधे-आधे पल हुए फिर पूरे यूँ
जब मिला तू, रु-तू-रु-तू, रु-तू-रु-तू
ख़ाली जो रात हो
मैं ख़्वाब चाँद-तारों से वो पूरी भर दूँ
तेरी जो बात हो
मैं बिन कहे ही आधी-पौनी पूरी कर दूँ
जो आधे से हम हैं, वो पूरे हों तुमसे
ना जाने ये सौदा भी कब तय हुआ
अधूरे से क़िस्से, बराबर के हिस्से
तू दिल तो मैं दुआ
जब मिला तू, रु-तू-रु-तू, रु-तू-रु-तू
ना थी कमी, ना जुस्तजू, रु-तू-रु-तू
और आधे-आधे पल हुए फिर पूरे यूँ
जब मिला तू, रु-तू-रु-तू, रु-तू-रु-तू
कल तू जो खोई हो
तो गुमशुदा ये ज़िंदगी बसर कर दूँ
मंज़िल जो सोई हो
तो ख़्वाब सारे तेरे ही नज़र कर दूँ
तू आधे से दिल को जो लाएगी भी तो
मैं १०० ख़्वाहिशों से ही भर दूँगा वो
करेगा यक़ीं तू, अभी के अभी तू
तो आके आज़मा
जब मिला तू, रु-तू-रु-तू, रु-तू-रु-तू
ना थी कमी, ना जुस्तजू, रु-तू-रु-तू
और आधे-आधे पल हुए फिर पूरे यूँ
जब मिला तू, रु-तू-रु-तू, रु-तू-रु-तू
जैसे घड़ी की गिरह से वक़्त कहीं पे गिरा हो
जैसे रोशनी सुबह से हो जाए जुदा
जैसे गाने और नज़म से सुर कोई चुरा ले
वैसे आधा-अधूरा मैं हूँ तेरे बिना
जब मिला तू, रु-तू-रु-तू, रु-तू-रु-तू
ना थी कमी, ना जुस्तजू, रु-तू-रु-तू
और आधे-आधे पल हुए फिर पूरे यूँ
जब मिला तू, रु-तू-रु-तू, रु-तू-रु-तू
जब मिला तू
जैसे रोशनी सुबह से हो जाए जुदा
जैसे गाने और नज़म से सुर कोई चुरा ले
वैसे आधा-अधूरा मैं हूँ तेरे बिना
जब मिला तू, रु-तू-रु-तू, रु-तू-रु-तू
ना थी कमी, ना जुस्तजू, रु-तू-रु-तू
और आधे-आधे पल हुए फिर पूरे यूँ
जब मिला तू, रु-तू-रु-तू, रु-तू-रु-तू
ख़ाली जो रात हो
मैं ख़्वाब चाँद-तारों से वो पूरी भर दूँ
तेरी जो बात हो
मैं बिन कहे ही आधी-पौनी पूरी कर दूँ
जो आधे से हम हैं, वो पूरे हों तुमसे
ना जाने ये सौदा भी कब तय हुआ
अधूरे से क़िस्से, बराबर के हिस्से
तू दिल तो मैं दुआ
जब मिला तू, रु-तू-रु-तू, रु-तू-रु-तू
ना थी कमी, ना जुस्तजू, रु-तू-रु-तू
और आधे-आधे पल हुए फिर पूरे यूँ
जब मिला तू, रु-तू-रु-तू, रु-तू-रु-तू
कल तू जो खोई हो
तो गुमशुदा ये ज़िंदगी बसर कर दूँ
मंज़िल जो सोई हो
तो ख़्वाब सारे तेरे ही नज़र कर दूँ
तू आधे से दिल को जो लाएगी भी तो
मैं १०० ख़्वाहिशों से ही भर दूँगा वो
करेगा यक़ीं तू, अभी के अभी तू
तो आके आज़मा
जब मिला तू, रु-तू-रु-तू, रु-तू-रु-तू
ना थी कमी, ना जुस्तजू, रु-तू-रु-तू
और आधे-आधे पल हुए फिर पूरे यूँ
जब मिला तू, रु-तू-रु-तू, रु-तू-रु-तू
जैसे घड़ी की गिरह से वक़्त कहीं पे गिरा हो
जैसे रोशनी सुबह से हो जाए जुदा
जैसे गाने और नज़म से सुर कोई चुरा ले
वैसे आधा-अधूरा मैं हूँ तेरे बिना
जब मिला तू, रु-तू-रु-तू, रु-तू-रु-तू
ना थी कमी, ना जुस्तजू, रु-तू-रु-तू
और आधे-आधे पल हुए फिर पूरे यूँ
जब मिला तू, रु-तू-रु-तू, रु-तू-रु-तू
जब मिला तू
Writer(s): Vishal Dadlani, Anvita Dutt Guptan, Shekhar Hasmukh Ravjiani Lyrics powered by www.musixmatch.com