Main Is Kadar Mere Mehboob Songtext
von Vinod Rathod & Alka Yagnik
Main Is Kadar Mere Mehboob Songtext
हो, मैं इस क़दर, मेरे महबूब, तुझसे प्यार करूँ
मैं इस क़दर, मेरे महबूब, तुझसे प्यार करूँ
तू अगर झूठ भी बोले तो ऐतबार करूँ
तू अगर झूठ भी बोले तो ऐतबार करूँ
Hey, मैं इस क़दर, मेरे महबूब, तुझसे प्यार करूँ
मैं इस क़दर, मेरे महबूब, तुझसे प्यार करूँ
तू अगर झूठ भी बोले तो ऐतबार करूँ
तू अगर झूठ भी बोले तो ऐतबार करूँ
हो, दुनिया के सवालों में, दुनिया के जवाबों में
मैं सारी किताबों में तेरा चेहरा पढ़ती हूँ
नज़र हटा के तेरे इस हसीन चेहरे से
नज़र हटा के तेरे इस हसीन चेहरे से
नज़र हटा के तेरे इस हसीन चेहरे से
हाँ, मैं इस क़दर, मेरे महबूब, तुझसे प्यार करूँ
मैं इस क़दर, मेरे महबूब, तुझसे प्यार करूँ
मैं अपने आप को कैसे गुनहगार करूँ?
तू अगर झूठ भी बोले तो ऐतबार करूँ
हाँ, मैं रब को क्या जानूँ? मैं सब को क्यूँ मानूँ?
मेरा यार मुझे पहचाने, मैं यार को पहचानूँ
हो, ना चाहूँ सोना-चाँदी, ना चाँद और तारे
ना चाहूँ सोना-चाँदी, ना चाँद और तारे
ना चाहूँ सोना-चाँदी, ना चाँद और तारे
हो, मैं इस क़दर, मेरे महबूब, तुझसे प्यार करूँ
मैं इस क़दर, मेरे महबूब, तुझसे प्यार करूँ
मैं तेरे प्यार से अपना सिंगार करूँ
तू अगर झूठ भी बोले तो ऐतबार करूँ
मैं इस क़दर, मेरे महबूब, तुझसे प्यार करूँ
मैं इस क़दर, मेरे महबूब, तुझसे प्यार करूँ
तू अगर झूठ भी बोले तो ऐतबार करूँ
मैं अपने आप को कैसे गुनहगार करूँ?
मैं तेरे प्यार से अपना सिंगार करूँ
इश्क़ है आग का दरिया, कैसे पार करूँ?
डूब कर तेरी तमन्ना में इसे पार करूँ
अजब सी बात है, अपना ही इंतज़ार करूँ
मैं इस क़दर, मेरे महबूब, तुझसे प्यार करूँ
तू अगर झूठ भी बोले तो ऐतबार करूँ
तू अगर झूठ भी बोले तो ऐतबार करूँ
Hey, मैं इस क़दर, मेरे महबूब, तुझसे प्यार करूँ
मैं इस क़दर, मेरे महबूब, तुझसे प्यार करूँ
तू अगर झूठ भी बोले तो ऐतबार करूँ
तू अगर झूठ भी बोले तो ऐतबार करूँ
हो, दुनिया के सवालों में, दुनिया के जवाबों में
मैं सारी किताबों में तेरा चेहरा पढ़ती हूँ
नज़र हटा के तेरे इस हसीन चेहरे से
नज़र हटा के तेरे इस हसीन चेहरे से
नज़र हटा के तेरे इस हसीन चेहरे से
हाँ, मैं इस क़दर, मेरे महबूब, तुझसे प्यार करूँ
मैं इस क़दर, मेरे महबूब, तुझसे प्यार करूँ
मैं अपने आप को कैसे गुनहगार करूँ?
तू अगर झूठ भी बोले तो ऐतबार करूँ
हाँ, मैं रब को क्या जानूँ? मैं सब को क्यूँ मानूँ?
मेरा यार मुझे पहचाने, मैं यार को पहचानूँ
हो, ना चाहूँ सोना-चाँदी, ना चाँद और तारे
ना चाहूँ सोना-चाँदी, ना चाँद और तारे
ना चाहूँ सोना-चाँदी, ना चाँद और तारे
हो, मैं इस क़दर, मेरे महबूब, तुझसे प्यार करूँ
मैं इस क़दर, मेरे महबूब, तुझसे प्यार करूँ
मैं तेरे प्यार से अपना सिंगार करूँ
तू अगर झूठ भी बोले तो ऐतबार करूँ
मैं इस क़दर, मेरे महबूब, तुझसे प्यार करूँ
मैं इस क़दर, मेरे महबूब, तुझसे प्यार करूँ
तू अगर झूठ भी बोले तो ऐतबार करूँ
मैं अपने आप को कैसे गुनहगार करूँ?
मैं तेरे प्यार से अपना सिंगार करूँ
इश्क़ है आग का दरिया, कैसे पार करूँ?
डूब कर तेरी तमन्ना में इसे पार करूँ
अजब सी बात है, अपना ही इंतज़ार करूँ
Writer(s): Anu Malik, Madan Pal Lyrics powered by www.musixmatch.com