Woh Humse Khafa Hain Songtext
von Udit Narayan & Shreya Ghoshal
Woh Humse Khafa Hain Songtext
वो हमसे ख़फ़ा हैं, हम उनसे ख़फ़ा हैं
वो हमसे ख़फ़ा हैं, हम उनसे ख़फ़ा हैं
मगर बात करने को जी चाहता है
बड़ी दिल-नशीं हैं ये उनकी अदाएँ
अदाओं पे मरने को जी चाहता है
वो हमसे ख़फ़ा हैं, हम उनसे ख़फ़ा हैं
जो कहना है उनसे, कहें भी तो कैसे?
बिना कुछ कहे हम रहें भी तो कैसे?
हो, जो कहना है उनसे, कहें भी तो कैसे?
बिना कुछ कहे हम रहें भी तो कैसे?
बिना कुछ कहे हम रहें भी तो कैसे?
क़सम चाहतों की, मोहब्बत में अब तो
हदों से गुज़रने को जी चाहता है
वो हमसे ख़फ़ा हैं, हम उनसे ख़फ़ा हैं
मगर बात करने को जी चाहता है
वो हमसे ख़फ़ा हैं, हम उनसे ख़फ़ा हैं
जो दिल की दुआ है, कभी काम आए
घड़ी-दो-घड़ी को तो आराम आए
हाँ, जो दिल की दुआ है, कभी काम आए
घड़ी-दो-घड़ी को तो आराम आए
घड़ी-दो-घड़ी को तो आराम आए
सनम, बाज़ुओं के हसीं दायरे में
रो कर बिखरने को जी चाहता है
वो हमसे ख़फ़ा हैं, हम उनसे ख़फ़ा हैं
मगर बात करने को जी चाहता है
बड़ी दिल-नशीं हैं ये उनकी अदाएँ
अदाओं पे मरने को जी चाहता है
वो हमसे ख़फ़ा हैं, हम उनसे ख़फ़ा हैं
वो हमसे ख़फ़ा हैं, हम उनसे ख़फ़ा हैं
मगर बात करने को जी चाहता है
बड़ी दिल-नशीं हैं ये उनकी अदाएँ
अदाओं पे मरने को जी चाहता है
वो हमसे ख़फ़ा हैं, हम उनसे ख़फ़ा हैं
जो कहना है उनसे, कहें भी तो कैसे?
बिना कुछ कहे हम रहें भी तो कैसे?
हो, जो कहना है उनसे, कहें भी तो कैसे?
बिना कुछ कहे हम रहें भी तो कैसे?
बिना कुछ कहे हम रहें भी तो कैसे?
क़सम चाहतों की, मोहब्बत में अब तो
हदों से गुज़रने को जी चाहता है
वो हमसे ख़फ़ा हैं, हम उनसे ख़फ़ा हैं
मगर बात करने को जी चाहता है
वो हमसे ख़फ़ा हैं, हम उनसे ख़फ़ा हैं
जो दिल की दुआ है, कभी काम आए
घड़ी-दो-घड़ी को तो आराम आए
हाँ, जो दिल की दुआ है, कभी काम आए
घड़ी-दो-घड़ी को तो आराम आए
घड़ी-दो-घड़ी को तो आराम आए
सनम, बाज़ुओं के हसीं दायरे में
रो कर बिखरने को जी चाहता है
वो हमसे ख़फ़ा हैं, हम उनसे ख़फ़ा हैं
मगर बात करने को जी चाहता है
बड़ी दिल-नशीं हैं ये उनकी अदाएँ
अदाओं पे मरने को जी चाहता है
वो हमसे ख़फ़ा हैं, हम उनसे ख़फ़ा हैं
Writer(s): Sameer Lalji Anjaan Lyrics powered by www.musixmatch.com