Kali Nagin Ke Jaisi Songtext
von Udit Narayan & Kavita Krishnamurthy
Kali Nagin Ke Jaisi Songtext
काली नागिन के जैसी ज़ुल्फ़ें तेरी काली-काली
सागर को मोती और सूरज को तू देती है लाली
काली नागिन के जैसी ज़ुल्फ़ें तेरी काली-काली
सागर को मोती और सूरज को तू देती है लाली
देखे जो तुझको, मन मेरा बोले
"मन में बसी है तू हौले-हौले"
काली नागिन के जैसी ज़ुल्फ़ें तेरी काली-काली
सागर को मोती और सूरज को तू देती है लाली
गाल हैं गोरे-गोरे, होंठ हैं भरे रस के प्याले
चाल है बहकी-बहकी, तू किसी पे भी डोरे डाले
रूप है तीखा-तीखा, रंग है मेरा सब से आला
हुस्न पे मर-मिटता है, चाहे हो कोई भी दिलवाला
देखे जो तुझको, मन मेरा बोले
"मन में बसी है तू हौले-हौले"
काली नागिन के जैसी ज़ुल्फ़ें मेरी काली-काली
सागर को मोती और सूरज को मैं देती हूँ लाली
मेरे दिल पे है तेरे प्यार का नशा हल्का-हल्का
बेक़रारी का मेरे जाम है, सनम, छलका-छलका
होश में ना है कोई, सब पे है तेरा जादू-जादू
हैं क़दम बहके-बहके, ख़ुद पे ना मेरा क़ाबू-क़ाबू
देखे जो तुझको, मन मेरा बोले
"मन में बसा है तू हौले-हौले"
काली नागिन के जैसी ज़ुल्फ़ें तेरी काली-काली
सागर को मोती और सूरज को तू देती है लाली
देखे जो तुझको, मन मेरा बोले
"मन में बसा है तू हौले-हौले"
काली नागिन के जैसी ज़ुल्फ़ें तेरी काली-काली
सागर को मोती और सूरज को तू देती है लाली
सागर को मोती और सूरज को तू देती है लाली
काली नागिन के जैसी ज़ुल्फ़ें तेरी काली-काली
सागर को मोती और सूरज को तू देती है लाली
देखे जो तुझको, मन मेरा बोले
"मन में बसी है तू हौले-हौले"
काली नागिन के जैसी ज़ुल्फ़ें तेरी काली-काली
सागर को मोती और सूरज को तू देती है लाली
गाल हैं गोरे-गोरे, होंठ हैं भरे रस के प्याले
चाल है बहकी-बहकी, तू किसी पे भी डोरे डाले
रूप है तीखा-तीखा, रंग है मेरा सब से आला
हुस्न पे मर-मिटता है, चाहे हो कोई भी दिलवाला
देखे जो तुझको, मन मेरा बोले
"मन में बसी है तू हौले-हौले"
काली नागिन के जैसी ज़ुल्फ़ें मेरी काली-काली
सागर को मोती और सूरज को मैं देती हूँ लाली
मेरे दिल पे है तेरे प्यार का नशा हल्का-हल्का
बेक़रारी का मेरे जाम है, सनम, छलका-छलका
होश में ना है कोई, सब पे है तेरा जादू-जादू
हैं क़दम बहके-बहके, ख़ुद पे ना मेरा क़ाबू-क़ाबू
देखे जो तुझको, मन मेरा बोले
"मन में बसा है तू हौले-हौले"
काली नागिन के जैसी ज़ुल्फ़ें तेरी काली-काली
सागर को मोती और सूरज को तू देती है लाली
देखे जो तुझको, मन मेरा बोले
"मन में बसा है तू हौले-हौले"
काली नागिन के जैसी ज़ुल्फ़ें तेरी काली-काली
सागर को मोती और सूरज को तू देती है लाली
Writer(s): Sameer Anjaan, Darshan Rathod, Sanjeev Rathod Lyrics powered by www.musixmatch.com