Akela Hai Mr. Khiladi Songtext
von Udit Narayan & Anuradha Paudwal
Akela Hai Mr. Khiladi Songtext
पैदल चल रहा हूँ, गाड़ी चाहिए
जीवन के सफ़र में सवारी चाहिए
अकेला है Mr. Khiladi, Miss Khiladi चाहिए
अकेला है Mr. Khiladi, Miss Khiladi चाहिए
पैदल चल रही हूँ, गाड़ी चाहिए
जीवन के सफ़र में सवारी चाहिए
अकेली है ये Miss Khiladi, Mr. Khiladi चाहिए
अकेली है ये Miss Khiladi, Mr. Khiladi चाहिए
जवानी कटेगी अकेले में कैसे?
ना लड़की है कोई, ना pocket में पैसे
मेरे घर के चक्कर लगाते हैं लड़के
मगर वो ना आया जो है सब से बढ़ के
पहाड़ों की थोड़ी बरफ़ हो
लड़की कोई उस तरफ़ हो
लड़का मिले एक खिलाड़ी
मगर पास हो उसके गाड़ी
मैं हूँ इक कुँवारा, कुँवारी चाहिए
दिल को जीत ले जो, वो जुआरी चाहिए
अकेला है Mr. Khiladi, Miss Khiladi चाहिए
अकेली है ये Miss Khiladi, Mr. Khiladi चाहिए
मिले कोई लड़की मुझे सफ़र में
मेरा दिल चुरा ले जो बस इक नज़र में
मिले ऐसा लड़का जो नींदें उड़ा लें
जो पलकों की छाँव में मुझको बिठा ले
कहाँ मेरी जान-ए-जिगर है?
ना जाने कहाँ है, किधर है
ये कैसा ग़ज़ब का शहर है
अकेली हूँ लोगों का डर है
मैं हूँ इक कुँवारा, कुँवारी चाहिए
दिल को जीत ले जो, वो जुआरी चाहिए
अकेला है Mr. Khiladi, Miss Khiladi चाहिए
अकेली है ये Miss Khiladi, Mr. Khiladi चाहिए
पैदल चल रहा हूँ, गाड़ी चाहिए
जीवन के सफ़र में सवारी चाहिए
अकेला है Mr. Khiladi, Miss Khiladi चाहिए
अकेली है ये Miss Khiladi, Mr. Khiladi चाहिए
Hey, अकेला है Mr. Khiladi, Miss Khiladi चाहिए
अकेली है ये Miss Khiladi, Mr. Khiladi चाहिए
Mr. Khiladi and Mrs. Khiladi (hahahaha!)
जीवन के सफ़र में सवारी चाहिए
अकेला है Mr. Khiladi, Miss Khiladi चाहिए
अकेला है Mr. Khiladi, Miss Khiladi चाहिए
पैदल चल रही हूँ, गाड़ी चाहिए
जीवन के सफ़र में सवारी चाहिए
अकेली है ये Miss Khiladi, Mr. Khiladi चाहिए
अकेली है ये Miss Khiladi, Mr. Khiladi चाहिए
जवानी कटेगी अकेले में कैसे?
ना लड़की है कोई, ना pocket में पैसे
मेरे घर के चक्कर लगाते हैं लड़के
मगर वो ना आया जो है सब से बढ़ के
पहाड़ों की थोड़ी बरफ़ हो
लड़की कोई उस तरफ़ हो
लड़का मिले एक खिलाड़ी
मगर पास हो उसके गाड़ी
मैं हूँ इक कुँवारा, कुँवारी चाहिए
दिल को जीत ले जो, वो जुआरी चाहिए
अकेला है Mr. Khiladi, Miss Khiladi चाहिए
अकेली है ये Miss Khiladi, Mr. Khiladi चाहिए
मिले कोई लड़की मुझे सफ़र में
मेरा दिल चुरा ले जो बस इक नज़र में
मिले ऐसा लड़का जो नींदें उड़ा लें
जो पलकों की छाँव में मुझको बिठा ले
कहाँ मेरी जान-ए-जिगर है?
ना जाने कहाँ है, किधर है
ये कैसा ग़ज़ब का शहर है
अकेली हूँ लोगों का डर है
मैं हूँ इक कुँवारा, कुँवारी चाहिए
दिल को जीत ले जो, वो जुआरी चाहिए
अकेला है Mr. Khiladi, Miss Khiladi चाहिए
अकेली है ये Miss Khiladi, Mr. Khiladi चाहिए
पैदल चल रहा हूँ, गाड़ी चाहिए
जीवन के सफ़र में सवारी चाहिए
अकेला है Mr. Khiladi, Miss Khiladi चाहिए
अकेली है ये Miss Khiladi, Mr. Khiladi चाहिए
Hey, अकेला है Mr. Khiladi, Miss Khiladi चाहिए
अकेली है ये Miss Khiladi, Mr. Khiladi चाहिए
Mr. Khiladi and Mrs. Khiladi (hahahaha!)
Writer(s): Dev Kohli, Anu Malik Lyrics powered by www.musixmatch.com