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Kabhi Hasna Hai Songtext
von Tauseef Akhtar

Kabhi Hasna Hai Songtext

कभी हँसना है, कभी रोना है
जीवन सुख-दुख का संगम है
कभी पतझड़ है, कभी सावन है
ये आता-जाता मौसम है

कभी हँसना है, कभी रोना है
जीवन सुख-दुख का संगम है

कुछ जीने की मजबूरी है
कुछ इस दुनिया की रस्में हैं
कुछ दिन हैं खोने-पाने के
कुछ वादे हैं, कुछ क़स्में हैं

एक बेचैनी सी हर-दम है
जीवन सुख-दुख का संगम है
कभी पतझड़ है, कभी सावन है
ये आता-जाता मौसम है


कोई सोता है आँचल के तले
कोई दिल ममता को तरसता है
कहीं मायूसी की धूप खिली
कहीं प्यार ही प्यार बरसता है

कभी दर्द है तो कभी मरहम है
जीवन सुख-दुख का संगम है
कभी हँसना है, कभी रोना है
जीवन सुख-दुख का संगम है

गुज़रे हुए लम्हों की यादें
हर वक़्त हमें तड़पाती हैं
एक साया बनके आती हैं
एक साया बनके जाती हैं

एक तन्हाई का आलम है
जीवन सुख-दुख का संगम है
कभी पतझड़ है, कभी सावन है
ये आता-जाता मौसम है

कभी हँसना है, कभी रोना है
जीवन सुख-दुख का संगम है

(जीवन सुख-दुख का संगम है)
(जीवन सुख-दुख का संगम है)

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