Kuchh Tumne Kaha Kuchh Hamne Suna Songtext
von Suman Kalyanpur
Kuchh Tumne Kaha Kuchh Hamne Suna Songtext
कुछ तुमने कहा, कुछ हमने सुना
और इक अफ़साना बन ही गया
कुछ तीर चले, कुछ तीर रुके
और, दिल तो निशाना बन ही गया
दिल तो निशाना बन ही गया
जब से मेरे जहाँ में कोई लेके प्यार आया
जितना क़रार खोया उतना क़रार पाया
जितना क़रार खोया उतना क़रार पाया
दुनिया ही मेरी कुछ और हुई
दिल तेरा दीवाना बन ही गया
कुछ तुमने कहा, कुछ हमने सुना
और इक अफ़साना बन ही गया
कुछ तीर चले, कुछ तीर रुके
और, दिल तो निशाना बन ही गया
दिल तो निशाना बन ही गया
आँखों में घूमती है सूरत ये चाँद जैसी
अब दिन को चैन कैसा, रातों को नींद कैसी
हाए, अब दिन को चैन कैसा, रातों को नींद कैसी
दो नैन मिले, दो फूल खिले
और सपना सुहाना बन ही गया
कुछ तुमने कहा, कुछ हमने सुना
और इक अफ़साना बन ही गया
कुछ तीर चले, कुछ तीर रुके
और, दिल तो निशाना बन ही गया
दिल तो निशाना बन ही गया
कुछ थी मेरी तमन्ना, कुछ प्यार का सहारा
पास आ गए तेरे हम, पाकर तेरा इशारा
पास आ गए तेरे हम, पाकर तेरा इशारा
दो हाथ उठे, दो हाथ बढ़े
मिलने का बहाना बन ही गया
कुछ तुमने कहा, कुछ हमने सुना
और इक अफ़साना बन ही गया
कुछ तीर चले, कुछ तीर रुके
और, दिल तो निशाना बन ही गया
दिल तो निशाना बन ही गया
और इक अफ़साना बन ही गया
कुछ तीर चले, कुछ तीर रुके
और, दिल तो निशाना बन ही गया
दिल तो निशाना बन ही गया
जब से मेरे जहाँ में कोई लेके प्यार आया
जितना क़रार खोया उतना क़रार पाया
जितना क़रार खोया उतना क़रार पाया
दुनिया ही मेरी कुछ और हुई
दिल तेरा दीवाना बन ही गया
कुछ तुमने कहा, कुछ हमने सुना
और इक अफ़साना बन ही गया
कुछ तीर चले, कुछ तीर रुके
और, दिल तो निशाना बन ही गया
दिल तो निशाना बन ही गया
आँखों में घूमती है सूरत ये चाँद जैसी
अब दिन को चैन कैसा, रातों को नींद कैसी
हाए, अब दिन को चैन कैसा, रातों को नींद कैसी
दो नैन मिले, दो फूल खिले
और सपना सुहाना बन ही गया
कुछ तुमने कहा, कुछ हमने सुना
और इक अफ़साना बन ही गया
कुछ तीर चले, कुछ तीर रुके
और, दिल तो निशाना बन ही गया
दिल तो निशाना बन ही गया
कुछ थी मेरी तमन्ना, कुछ प्यार का सहारा
पास आ गए तेरे हम, पाकर तेरा इशारा
पास आ गए तेरे हम, पाकर तेरा इशारा
दो हाथ उठे, दो हाथ बढ़े
मिलने का बहाना बन ही गया
कुछ तुमने कहा, कुछ हमने सुना
और इक अफ़साना बन ही गया
कुछ तीर चले, कुछ तीर रुके
और, दिल तो निशाना बन ही गया
दिल तो निशाना बन ही गया
Writer(s): Ajit Merchant, Prem Dhawan Lyrics powered by www.musixmatch.com