He Nandlala Songtext
von Suman Kalyanpur
He Nandlala Songtext
हे नंदलाला, हाँ, तेरा मन है काला
मैं तो भोली रे बिरज की नार
...भोली रे बिरज की नार
हे नंदलाला, तेरा मन है काला
मैं तो भोली रे बिरज की नार
...भोली रे बिरज की नार
जब-तब छेड़े क्यूँ सुर बाँसुरी के?
हो, जब-तब छेड़े क्यूँ सुर बाँसुरी के?
दूर कहीं जमुना के पार
आधी-आधी रैना, खुल जाए नैना
हो, आधी-आधी रैना, खुल जाए नैना
सुन-सुन तेरी ये पुकार
हे नंदलाला, तेरा मन है काला
मैं तो भोली रे बिरज की नार
...भोली रे बिरज की नार
छुप-छुप रोई मैं, जाने ना ये कोई
रे, छुप-छुप रोई मैं, जाने ना ये कोई
काहे रोएँ नैना बार-बार
कजरा से मेरे हो गई काली
हो, कजरा से मेरे हो गई काली
गोरी-गोरी जमुना की धार
हे नंदलाला, तेरा मन है काला
मैं तो भोली रे बिरज की नार
...भोली रे बिरज की नार
...भोली रे बिरज की नार
...भोली रे बिरज की नार
मैं तो भोली रे बिरज की नार
...भोली रे बिरज की नार
हे नंदलाला, तेरा मन है काला
मैं तो भोली रे बिरज की नार
...भोली रे बिरज की नार
जब-तब छेड़े क्यूँ सुर बाँसुरी के?
हो, जब-तब छेड़े क्यूँ सुर बाँसुरी के?
दूर कहीं जमुना के पार
आधी-आधी रैना, खुल जाए नैना
हो, आधी-आधी रैना, खुल जाए नैना
सुन-सुन तेरी ये पुकार
हे नंदलाला, तेरा मन है काला
मैं तो भोली रे बिरज की नार
...भोली रे बिरज की नार
छुप-छुप रोई मैं, जाने ना ये कोई
रे, छुप-छुप रोई मैं, जाने ना ये कोई
काहे रोएँ नैना बार-बार
कजरा से मेरे हो गई काली
हो, कजरा से मेरे हो गई काली
गोरी-गोरी जमुना की धार
हे नंदलाला, तेरा मन है काला
मैं तो भोली रे बिरज की नार
...भोली रे बिरज की नार
...भोली रे बिरज की नार
...भोली रे बिरज की नार
Writer(s): Anjaan, Shayam Sharma Lyrics powered by www.musixmatch.com