Singham Songtext
von Sukhwinder Singh
Singham Songtext
(निजहु विकृति भयकारक Singham)
(सज्जन तारक विभुनर Singham)
(दुष्ट सुदारण धुरंधर Singham)
(समर धुरंधर जय नर Singham)
(निमिशारक बुद्धिधीश Singham)
(जगत भयंकर श्री नर Singham)
मन भँवर उठे, तन सिहर उठे
जब ख़बर उठे कि आवे (Singham)
Singham
ना किसी से ये कम, बड़ा इसमें है दम
नरसिंह है ये Singham
मन भँवर उठे, तन सिहर उठे
जब ख़बर उठे कि आवे (Singham)
ना अगर चले, ना मगर चले
बस क़हर चले जब आवे (Singham)
दिल का सच्चा है, इस दिल में रख लो
सपना अच्छा है, पलकों से ढक लो
दिल-विल से तो है ये एक बच्चा, शरारत करता ही फ़िरे
′गर समझे इसको कोई कच्चा, घूसा ही मिले
ताज़ा है हवा का ये झोंका, यहाँ-वहाँ बहता बहता ही फ़िरे
'गर कभी इसका रास्ता रोका, तूफ़ाँ सर चढ़े
बुरों को खेंच के, खेंच के, धूल दबीच के रहपट पड़ जाए
भलों की खींच के, खींच के, बाँहों में भींच के झप्पी मिल जाए
ना किसी से ये कम, बड़ा इसमें है दम
नरसिंह है ये Singham
मन भँवर उठे, तन सिहर उठे
जब ख़बर उठे कि आवे-
Singham
Singham
ना किसी से ये कम, बड़ा इसमें है दम
नरसिंह है ये Singham
मन भँवर उठे, तन सिहर उठे
जब ख़बर उठे कि आवे (Singham)
ना अगर चले, ना मगर चले
बस क़हर चले जब आवे (Singham)
(निजहु भयकारक Singham)
(सज्जन तारक विभुनर Singham)
(दुष्ट सुदारण धुरंधर Singham)
(समर धुरंधर जय नर Singham)
(निमिशारक बुद्धिधीश Singham)
Singham
(सज्जन तारक विभुनर Singham)
(दुष्ट सुदारण धुरंधर Singham)
(समर धुरंधर जय नर Singham)
(निमिशारक बुद्धिधीश Singham)
(जगत भयंकर श्री नर Singham)
मन भँवर उठे, तन सिहर उठे
जब ख़बर उठे कि आवे (Singham)
Singham
ना किसी से ये कम, बड़ा इसमें है दम
नरसिंह है ये Singham
मन भँवर उठे, तन सिहर उठे
जब ख़बर उठे कि आवे (Singham)
ना अगर चले, ना मगर चले
बस क़हर चले जब आवे (Singham)
दिल का सच्चा है, इस दिल में रख लो
सपना अच्छा है, पलकों से ढक लो
दिल-विल से तो है ये एक बच्चा, शरारत करता ही फ़िरे
′गर समझे इसको कोई कच्चा, घूसा ही मिले
ताज़ा है हवा का ये झोंका, यहाँ-वहाँ बहता बहता ही फ़िरे
'गर कभी इसका रास्ता रोका, तूफ़ाँ सर चढ़े
बुरों को खेंच के, खेंच के, धूल दबीच के रहपट पड़ जाए
भलों की खींच के, खींच के, बाँहों में भींच के झप्पी मिल जाए
ना किसी से ये कम, बड़ा इसमें है दम
नरसिंह है ये Singham
मन भँवर उठे, तन सिहर उठे
जब ख़बर उठे कि आवे-
Singham
Singham
ना किसी से ये कम, बड़ा इसमें है दम
नरसिंह है ये Singham
मन भँवर उठे, तन सिहर उठे
जब ख़बर उठे कि आवे (Singham)
ना अगर चले, ना मगर चले
बस क़हर चले जब आवे (Singham)
(निजहु भयकारक Singham)
(सज्जन तारक विभुनर Singham)
(दुष्ट सुदारण धुरंधर Singham)
(समर धुरंधर जय नर Singham)
(निमिशारक बुद्धिधीश Singham)
Singham
Writer(s): Swanand Kirkire Lyrics powered by www.musixmatch.com