Daag Songtext
von Sukhwinder Singh
Daag Songtext
ਮਾਹੀਆਂ
ਰੇ ਮਾਹੀਆਂ
एक बार बहे, सौ बार बहे
अब सूख गए मेरे नैना
एक बार बहे, सौ बार बहे
अब सूख गए मेरे नैना, नैना
एक बार बहे, सौ बार बहे
मेरे सूख गए अब नैना
रज-रज के बहे, रग-रग से रहे
अब रूठ गए जी नैना
ओ, नैनों में सपना जल गया
हाँ, मेरा जो रूह कारी कर गया
वो गहरा दाग़ ना छूटे, ਮਾਹੀਆਂ ਰੇ
तेरा गहरा दाग़ ना छूटे, ਮਾਹੀਆਂ
नैनों में सपना जल गया
हाँ, मेरा आग लगा जी सो लगा
ये मैला दाग़ ना छूटे, ਮਾਹੀਆਂ ਰੇ
तेरा गहरा दाग़ ना छूटे, ਮਾਹੀਆਂ
ਮਾਹੀਆਂ ਰੇ
उन गलियों की, चौबारों की, उस मिट्टी की वो यादें (यादें)
उन गलियों की, चौबारों की, उस मिट्टी की वो यादें
अक्सर आँखें कर जाती हैं उन तस्वीरों से बातें
यादों को इन लहरों को चाहूँ मिल जाए ठिकाया
ये काग़ज़ वाली कश्तियाँ चाहूँ मैं पार लगाना
पर दिल डरता है फिर से कहीं सावन आए ना
दाग़ ना छूटे, ਮਾਹੀਆਂ ਵੇ
तेरा दाग़ ना छूटे, ਮਾਹੀਆਂ
नैनों में सपना जल गया
हाँ, मेरा जो रूह कारी कर लगा
वो गहरा दाग़ ना छूटे, ਮਾਹੀਆਂ ਵੇ
तेरा गहरा दाग़ ना छूटे, ਮਾਹੀਆਂ, ਓ
ਰੇ ਮਾਹੀਆਂ
एक बार बहे, सौ बार बहे
अब सूख गए मेरे नैना
एक बार बहे, सौ बार बहे
अब सूख गए मेरे नैना, नैना
एक बार बहे, सौ बार बहे
मेरे सूख गए अब नैना
रज-रज के बहे, रग-रग से रहे
अब रूठ गए जी नैना
ओ, नैनों में सपना जल गया
हाँ, मेरा जो रूह कारी कर गया
वो गहरा दाग़ ना छूटे, ਮਾਹੀਆਂ ਰੇ
तेरा गहरा दाग़ ना छूटे, ਮਾਹੀਆਂ
नैनों में सपना जल गया
हाँ, मेरा आग लगा जी सो लगा
ये मैला दाग़ ना छूटे, ਮਾਹੀਆਂ ਰੇ
तेरा गहरा दाग़ ना छूटे, ਮਾਹੀਆਂ
ਮਾਹੀਆਂ ਰੇ
उन गलियों की, चौबारों की, उस मिट्टी की वो यादें (यादें)
उन गलियों की, चौबारों की, उस मिट्टी की वो यादें
अक्सर आँखें कर जाती हैं उन तस्वीरों से बातें
यादों को इन लहरों को चाहूँ मिल जाए ठिकाया
ये काग़ज़ वाली कश्तियाँ चाहूँ मैं पार लगाना
पर दिल डरता है फिर से कहीं सावन आए ना
दाग़ ना छूटे, ਮਾਹੀਆਂ ਵੇ
तेरा दाग़ ना छूटे, ਮਾਹੀਆਂ
नैनों में सपना जल गया
हाँ, मेरा जो रूह कारी कर लगा
वो गहरा दाग़ ना छूटे, ਮਾਹੀਆਂ ਵੇ
तेरा गहरा दाग़ ना छूटे, ਮਾਹੀਆਂ, ਓ
Writer(s): Priya Saraiya Lyrics powered by www.musixmatch.com