Songtexte.com Drucklogo

Kaisi Hai Yeh Rut Songtext
von Srinivas

Kaisi Hai Yeh Rut Songtext

कैसी है ये रुत कि जिसमें फूल बनके दिल खिले
घुल रहे हैं रंग सारे, घुल रही हैं खुशबुएँ
कैसी है ये रुत कि जिसमें फूल बनके दिल खिले
घुल रहे हैं रंग सारे, घुल रही हैं खुशबुएँ
चाँदनी, झरने, घटायें, गीत, बारिश, तितलियाँ
हम पे हो गये हैं सब मेहरबां
कैसी है ये रुत कि जिसमें फूल बनके दिल खिले


देखो, नदी के किनारे पंछी पुकारे, किसी पंछी को
देखो, ये जो नदी है मिलने चली है सागर ही को
ये प्यार का ही सारा है कारवाँ
कैसी है ये रुत कि जिसमें फूल बनके दिल खिले

कैसे, किसी को बतायें, कैसे ये समझायें क्या प्यार है?
इसमें बंधन नहीं है और ना कोई भी दीवार है
सुनो प्यार की निराली है दास्ताँ
कैसी है ये रुत कि जिसमें फूल बनके दिल खिले
घुल रहे हैं रंग सारे, घुल रही हैं खुशबुएँ
चाँदनी, झरने, घटायें, गीत, बारिश, तितलियाँ
हम पे हो गये हैं सब मेहरबां
कैसी है ये रुत कि जिसमें फूल बनके दिल खिले

Songtext kommentieren

Log dich ein um einen Eintrag zu schreiben.
Schreibe den ersten Kommentar!

Beliebte Songtexte
von Srinivas

Quiz
Welcher Song ist nicht von Britney Spears?

Fans

»Kaisi Hai Yeh Rut« gefällt bisher niemandem.