Parwah Nahin Songtext
von Siddharth Basrur
Parwah Nahin Songtext
पत्थर के हैं सब रास्ते, परवाह नहीं
धुँधले हैं चेहरे ख़्वाब के, परवाह नहीं
छलनी है सीना, रहने दो
अब जो भी हो, परवाह नहीं
सनकी हुआ जाता है दिल, मन की किए जाता है दिल
कड़के बेतहाशा ये, बिजली हुआ जाता है दिल
सनकी हुआ जाता है दिल, मन की किए जाता है दिल
कड़के बेतहाशा ये, बिजली हुआ जाता है दिल
बादल में ढूँढे घोंसले, पगला गए हैं हौसले
गिर जाएँ या उड़ें, अब टूटें या जुड़ें
परवाह नहीं, परवाह नहीं (Hey)
Yeah, परवाह नहीं
Yeah, परवाह नहीं, yeah
झूठें हैं या सच्चे हैं, सपने आख़िर सपने हैं
सारे तारे तुम ही रख लो, सारे जुगनू तो मेरे हैं
झूठें हैं या सच्चे हैं, सपने आख़िर सपने हैं
सारे तारे तुम ही रख लो, सारे जुगनू तो मेरे हैं
रोके रुकें ना दिल जले, पगला गए हैं हौसले
ज़िद्दी हैं धड़कनें, अब बिगड़े या बने
परवाह नहीं (Whoa), परवाह नहीं
(Whoa) परवाह नहीं
Yeah, परवाह नहीं, yeah
साँसों में जो भट्टी है, वो रात और दिन दहकती है
पानी-वानी तो धोखा है, ये आग आग से बुझती है
साँसों में जो भट्टी है, वो रात और दिन दहकती है
पानी-वानी तो धोखा है, ये आग आग से बुझती है
आएँ तो आएँ ज़लज़ले, पगला गए हैं हौसले
शोलों पे हम चलें, अब पिघलें या जलें
परवाह नहीं (Whoa), परवाह नहीं
(Whoa) परवाह नहीं
Whoa, परवाह नहीं, yeah
धुँधले हैं चेहरे ख़्वाब के, परवाह नहीं
छलनी है सीना, रहने दो
अब जो भी हो, परवाह नहीं
सनकी हुआ जाता है दिल, मन की किए जाता है दिल
कड़के बेतहाशा ये, बिजली हुआ जाता है दिल
सनकी हुआ जाता है दिल, मन की किए जाता है दिल
कड़के बेतहाशा ये, बिजली हुआ जाता है दिल
बादल में ढूँढे घोंसले, पगला गए हैं हौसले
गिर जाएँ या उड़ें, अब टूटें या जुड़ें
परवाह नहीं, परवाह नहीं (Hey)
Yeah, परवाह नहीं
Yeah, परवाह नहीं, yeah
झूठें हैं या सच्चे हैं, सपने आख़िर सपने हैं
सारे तारे तुम ही रख लो, सारे जुगनू तो मेरे हैं
झूठें हैं या सच्चे हैं, सपने आख़िर सपने हैं
सारे तारे तुम ही रख लो, सारे जुगनू तो मेरे हैं
रोके रुकें ना दिल जले, पगला गए हैं हौसले
ज़िद्दी हैं धड़कनें, अब बिगड़े या बने
परवाह नहीं (Whoa), परवाह नहीं
(Whoa) परवाह नहीं
Yeah, परवाह नहीं, yeah
साँसों में जो भट्टी है, वो रात और दिन दहकती है
पानी-वानी तो धोखा है, ये आग आग से बुझती है
साँसों में जो भट्टी है, वो रात और दिन दहकती है
पानी-वानी तो धोखा है, ये आग आग से बुझती है
आएँ तो आएँ ज़लज़ले, पगला गए हैं हौसले
शोलों पे हम चलें, अब पिघलें या जलें
परवाह नहीं (Whoa), परवाह नहीं
(Whoa) परवाह नहीं
Whoa, परवाह नहीं, yeah
Writer(s): Amal Israr Mallik, Manoj Muntashir Shukla Lyrics powered by www.musixmatch.com