Ek Bagiya Mein Songtext
von Shankar Mahadevan & K. S. Chithra
Ek Bagiya Mein Songtext
एक बगिया में रहती है एक मैना
पूछती है कि, "बोलो, क्या है कहना?"
"मेरा रंग हसीं है क्या? मेरा अंग हसीं है क्या?"
कभी पूछे तो मेरा जवाब यही होगा
एक है रास्ता, रस्ते में गाड़ी, है गाड़ी में है लड़की
मैंने जो पूछा रंग साड़ी का, वो बोली, "धनक जैसा"
रिमझिम बरसे जलती-तपती धरती पर जो कभी पानी
उठे धरती से सौंधी-सौंधी ख़ुशबुओं की धनकें सुहानी
झूमे जा, झूमे जा, ज़िंदगी के फल कोई प्यार से चखे तो मीठे हैं
झूमे जा, झूमे जा, पंछियों के सुर कोई ध्यान से सुने तो मीठे हैं
कानों में हैं मेरे सारी दुनिया की आवाज़ें, उनसे बनी तस्वीरें कई
झूमे जा, झूमे जा, राही तू झूमे जा, भूल जा परेशानियाँ
रिमझिम बरसे जलती-तपती धरती पर जो कभी पानी
उठे धरती से सौंधी-सौंधी ख़ुशबुओं की धनकें सुहानी
एक बगिया में रहती है एक मैना
पूछती है कि, "बोलो, क्या है कहना?"
"मेरा रंग हसीं है क्या? मेरा अंग हसीं है क्या?"
कभी पूछे तो मेरा जवाब यही होगा
झूमे जा, झूमे जा, जब तक है जीवन में ये सर्दी, गर्मी, ये हवा
झूमे जा, झूमे जा, दुनिया में हर दिल को है गीत कोई तो मिला
गीतों में है जिनके प्यारे सपनों की दुनिया ही, उनको मिलती है राहें नयी
झूमे जा, झूमे जा, बादल जो है गरजा, दिल पे बनी परछाइयाँ
रिमझिम बरसे जलती-तपती धरती पर जो कभी पानी
उठे धरती से सौंधी-सौंधी ख़ुशबुओं की धनकें सुहानी
एक बगिया में रहती है एक मैना
पूछती है, पूछती है, "क्या कहना?"
पूछती है कि, "बोलो, क्या है कहना?"
"मेरा रंग हसीं है क्या? मेरा अंग हसीं है क्या?"
कभी पूछे तो मेरा जवाब यही होगा
एक है रास्ता, रस्ते में गाड़ी, है गाड़ी में है लड़की
मैंने जो पूछा रंग साड़ी का, वो बोली, "धनक जैसा"
रिमझिम बरसे जलती-तपती धरती पर जो कभी पानी
उठे धरती से सौंधी-सौंधी ख़ुशबुओं की धनकें सुहानी
झूमे जा, झूमे जा, ज़िंदगी के फल कोई प्यार से चखे तो मीठे हैं
झूमे जा, झूमे जा, पंछियों के सुर कोई ध्यान से सुने तो मीठे हैं
कानों में हैं मेरे सारी दुनिया की आवाज़ें, उनसे बनी तस्वीरें कई
झूमे जा, झूमे जा, राही तू झूमे जा, भूल जा परेशानियाँ
रिमझिम बरसे जलती-तपती धरती पर जो कभी पानी
उठे धरती से सौंधी-सौंधी ख़ुशबुओं की धनकें सुहानी
एक बगिया में रहती है एक मैना
पूछती है कि, "बोलो, क्या है कहना?"
"मेरा रंग हसीं है क्या? मेरा अंग हसीं है क्या?"
कभी पूछे तो मेरा जवाब यही होगा
झूमे जा, झूमे जा, जब तक है जीवन में ये सर्दी, गर्मी, ये हवा
झूमे जा, झूमे जा, दुनिया में हर दिल को है गीत कोई तो मिला
गीतों में है जिनके प्यारे सपनों की दुनिया ही, उनको मिलती है राहें नयी
झूमे जा, झूमे जा, बादल जो है गरजा, दिल पे बनी परछाइयाँ
रिमझिम बरसे जलती-तपती धरती पर जो कभी पानी
उठे धरती से सौंधी-सौंधी ख़ुशबुओं की धनकें सुहानी
एक बगिया में रहती है एक मैना
पूछती है, पूछती है, "क्या कहना?"
Writer(s): Javed Akhtar, A R Rahman Lyrics powered by www.musixmatch.com