Suraj Hua Madham Songtext
von Shahrukh Khan
Suraj Hua Madham Songtext
सूरज हुआ मद्धम
चाँद जलने लगा
आसमां ये हाए
क्यूँ पिघलने लगा
सूरज हुआ मद्धम
चाँद जलने लगा
आसमां ये हाए
क्यूँ पिघलने लगा
मैं ठहरा रहा ज़मीं चलने लगी
धड़का ये दिल साँस थमने लगी
हो क्या ये मेरा
पहला पहला प्यार है
सजना क्या ये मेरा
पहला पहला प्यार है
सूरज हुआ मद्धम
चाँद जलने लगा
आसमां ये हाए
क्यूँ पिघलने लगा
मैं ठहरी रही
ज़मीं चलने लगी
धड़का ये दिल
साँस थमने लगी
हाँ क्या ये मेरा
पहला पहला प्यार है
सजना क्या ये मेरा
पहला पहला प्यार है
है खूबसूरत ये पल
सबकुछ रहा है बदल
सपने हकीकत में जो ढल रहे हैं
क्या सदियों से पुराना
है रिश्ता ये हमारा
के जिस तरह तुमसे हम
मिल रहें हैं
यूँ ही रहे हर दम
प्यार का मौसम
यूँ ही मिलो हमसे
तुम जनम जनम
मैं ठहरा रहा
ज़मीं चलने लगी
धड़का ये दिल
साँस थमने लगी
हाँ क्या ये मेरा
पहला पहला प्यार है
सजना क्या ये मेरा
पहला पहला प्यार है
तेरे ही रंग से यूँ
मैं तो रंगी हूँ सनम
पा के तुझे खुद से ही
खो रहीं हूँ सनम
ओ माहिया वे तेरे इश्क में
हाँ डूब के पार
मैं हो रही हूँ सनम
सागर हुआ प्यासा
रात जगने लगी
शोलों के दिल में भी
आग जलने लगी
मैं ठहरी रही
ज़मीं चलने लगी
धड़का ये दिल
साँस थमने लगी
क्या ये मेरा
पहला पहला प्यार है
सजना क्या ये मेरा
पहला पहला प्यार है
सूरज हुआ मद्धम
चाँद जलने लगा
आसमां ये हाए
क्यूँ पिघलने लगा
सजना क्या ये मेरा
पहला पहला प्यार है
चाँद जलने लगा
आसमां ये हाए
क्यूँ पिघलने लगा
सूरज हुआ मद्धम
चाँद जलने लगा
आसमां ये हाए
क्यूँ पिघलने लगा
मैं ठहरा रहा ज़मीं चलने लगी
धड़का ये दिल साँस थमने लगी
हो क्या ये मेरा
पहला पहला प्यार है
सजना क्या ये मेरा
पहला पहला प्यार है
सूरज हुआ मद्धम
चाँद जलने लगा
आसमां ये हाए
क्यूँ पिघलने लगा
मैं ठहरी रही
ज़मीं चलने लगी
धड़का ये दिल
साँस थमने लगी
हाँ क्या ये मेरा
पहला पहला प्यार है
सजना क्या ये मेरा
पहला पहला प्यार है
है खूबसूरत ये पल
सबकुछ रहा है बदल
सपने हकीकत में जो ढल रहे हैं
क्या सदियों से पुराना
है रिश्ता ये हमारा
के जिस तरह तुमसे हम
मिल रहें हैं
यूँ ही रहे हर दम
प्यार का मौसम
यूँ ही मिलो हमसे
तुम जनम जनम
मैं ठहरा रहा
ज़मीं चलने लगी
धड़का ये दिल
साँस थमने लगी
हाँ क्या ये मेरा
पहला पहला प्यार है
सजना क्या ये मेरा
पहला पहला प्यार है
तेरे ही रंग से यूँ
मैं तो रंगी हूँ सनम
पा के तुझे खुद से ही
खो रहीं हूँ सनम
ओ माहिया वे तेरे इश्क में
हाँ डूब के पार
मैं हो रही हूँ सनम
सागर हुआ प्यासा
रात जगने लगी
शोलों के दिल में भी
आग जलने लगी
मैं ठहरी रही
ज़मीं चलने लगी
धड़का ये दिल
साँस थमने लगी
क्या ये मेरा
पहला पहला प्यार है
सजना क्या ये मेरा
पहला पहला प्यार है
सूरज हुआ मद्धम
चाँद जलने लगा
आसमां ये हाए
क्यूँ पिघलने लगा
सजना क्या ये मेरा
पहला पहला प्यार है
Writer(s): Shandesh Shandilya, Anil Pandey Lyrics powered by www.musixmatch.com