Tujhko Main Yeh Dile Barbad - 3 Songtext
von Shabbir Kumar
Tujhko Main Yeh Dile Barbad - 3 Songtext
चार तिनके जो चुने थे बड़ी मुश्किल से कभी
बेरहम वक़्त ने उस पर भी गिरा दी बिजली
पूछे तो कौन पूछे ये बात आसमाँ से?
ये कैसी दुश्मनी है बिजली को आशियाँ से?
किस के घर अब तेरी आहों का धुआँ ले जाऊँ?
तुझ को मैं, ऐ दिल-ए-बर्बाद, कहाँ ले जाऊँ?
उन का ग़म साथ ना छोड़ेगा, जहाँ ले जाऊँ
तुझ को मैं, ऐ दिल-ए-बर्बाद
ग़म के तूफ़ान में मुझ से नहीं ठहरा जाता
ग़म के तूफ़ान में मुझ से नहीं ठहरा जाता
अब ज़रा रहम-ओ-करम की भी नज़र हो, दाता
ऐसा दर और कहाँ है के वहाँ ले जाऊँ?
तुझ को मैं, ऐ दिल-ए-बर्बाद, कहाँ ले जाऊँ?
उन का ग़म साथ ना छोड़ेगा, जहाँ ले जाऊँ
तुझ को मैं, ऐ दिल-ए-बर्बाद, कहाँ ले जाऊँ?
उन का ग़म साथ ना छोड़ेगा, जहाँ ले जाऊँ
तुझ को मैं, ऐ दिल-ए-बर्बाद
बेरहम वक़्त ने उस पर भी गिरा दी बिजली
पूछे तो कौन पूछे ये बात आसमाँ से?
ये कैसी दुश्मनी है बिजली को आशियाँ से?
किस के घर अब तेरी आहों का धुआँ ले जाऊँ?
तुझ को मैं, ऐ दिल-ए-बर्बाद, कहाँ ले जाऊँ?
उन का ग़म साथ ना छोड़ेगा, जहाँ ले जाऊँ
तुझ को मैं, ऐ दिल-ए-बर्बाद
ग़म के तूफ़ान में मुझ से नहीं ठहरा जाता
ग़म के तूफ़ान में मुझ से नहीं ठहरा जाता
अब ज़रा रहम-ओ-करम की भी नज़र हो, दाता
ऐसा दर और कहाँ है के वहाँ ले जाऊँ?
तुझ को मैं, ऐ दिल-ए-बर्बाद, कहाँ ले जाऊँ?
उन का ग़म साथ ना छोड़ेगा, जहाँ ले जाऊँ
तुझ को मैं, ऐ दिल-ए-बर्बाद, कहाँ ले जाऊँ?
उन का ग़म साथ ना छोड़ेगा, जहाँ ले जाऊँ
तुझ को मैं, ऐ दिल-ए-बर्बाद
Writer(s): Laxmikant-pyarelal, S.h. Bihari Lyrics powered by www.musixmatch.com