Songtexte.com Drucklogo

Tujhko Main Yeh Dile Barbad - 2 Songtext
von Shabbir Kumar

Tujhko Main Yeh Dile Barbad - 2 Songtext

दर्द देकर इसे
क्यों दर्द का एहसास दिया है, भगवन?
तू है पत्थर का तो
इस दिल को भी पत्थर का बनाया होता


तुझको मैं, ऐ दिल-ए-बर्बाद, कहाँ ले जाऊँ?
तुझको मैं, ऐ दिल-ए-बर्बाद, कहाँ ले जाऊँ?
उनका ग़म साथ ना छोड़ेगा, जहाँ ले जाऊँ
तुझको मैं, ऐ दिल-ए-बर्बाद, कहाँ ले जाऊँ?
उनका ग़म साथ ना छोड़ेगा, जहाँ ले जाऊँ
तुझको मैं, ऐ दिल-ए-बर्बाद...

आसमाँ कोई नहीं टूटे सितारों के लिए
आसमाँ कोई नहीं टूटे सितारों के लिए
कोई महफ़िल ही नहीं दर्द के मारों के लिए

किसकी महफ़िल में तुझे, ऐ मेरी जाँ, ले जाऊँ?
तुझको मैं, ऐ दिल-ए-बर्बाद, कहाँ ले जाऊँ?
उनका ग़म साथ ना छोड़ेगा, जहाँ ले जाऊँ
तुझको मैं, ऐ दिल-ए-बर्बाद...

ऐ दिल-ए-बर्बाद, ऐ दिल-ए-बर्बाद

Songtext kommentieren

Log dich ein um einen Eintrag zu schreiben.
Schreibe den ersten Kommentar!

Quiz
Wer singt das Lied „Haus am See“?

Fans

»Tujhko Main Yeh Dile Barbad - 2« gefällt bisher niemandem.