Aasman Se Chand Laoon Songtext
von Shaan
Aasman Se Chand Laoon Songtext
चाँदनी से घर सजाऊँ मैं
आसमाँ से चाँद लाऊँ
चाँदनी से घर सजाऊँ मैं
जो मेरे सपने हैं, बस वही अपने हैं
जो मेरे सपने हैं, बस वही अपने हैं
इस जहाँ से क्या मुझे लेना?
आसमाँ से चाँद लाऊँ
चाँदनी से घर सजाऊँ मैं
जो मेरे सपने हैं, बस वही अपने हैं
इस जहाँ से क्या मुझे लेना?
आसमाँ से चाँद लाऊँ मैं
दिल चाहता है बनाऊँ कहीं
मैं एक छोटा सा घर
हँसता रहूँ, उसमें गाता रहूँ
हर ग़म से मैं बेख़बर
प्यार की बस्ती में, दिन कटें मस्ती में
इस जहाँ से क्या मुझे लेना? क्या देना?
आसमाँ से चाँद लाऊँ मैं
मेरे ख़यालों में आने लगी
फूलों सी नाज़ुक परी
हो, बेचैनियों को बढ़ाने लगीं
लड़की वो जादू-भरी
उसका अफ़साना हूँ, मैं तो दीवाना हूँ
इस जहाँ से क्या मुझे लेना? क्या देना?
आसमाँ से चाँद लाऊँ
चाँदनी से घर सजाऊँ मैं
जो मेरे सपने हैं, बस वही अपने हैं
जो मेरे सपने हैं, बस वही अपने हैं
इस जहाँ से क्या मुझे लेना? क्या देना?
आसमाँ से चाँद लाऊँ मैं
आसमाँ से चाँद लाऊँ
चाँदनी से घर सजाऊँ मैं
जो मेरे सपने हैं, बस वही अपने हैं
जो मेरे सपने हैं, बस वही अपने हैं
इस जहाँ से क्या मुझे लेना?
आसमाँ से चाँद लाऊँ
चाँदनी से घर सजाऊँ मैं
जो मेरे सपने हैं, बस वही अपने हैं
इस जहाँ से क्या मुझे लेना?
आसमाँ से चाँद लाऊँ मैं
दिल चाहता है बनाऊँ कहीं
मैं एक छोटा सा घर
हँसता रहूँ, उसमें गाता रहूँ
हर ग़म से मैं बेख़बर
प्यार की बस्ती में, दिन कटें मस्ती में
इस जहाँ से क्या मुझे लेना? क्या देना?
आसमाँ से चाँद लाऊँ मैं
मेरे ख़यालों में आने लगी
फूलों सी नाज़ुक परी
हो, बेचैनियों को बढ़ाने लगीं
लड़की वो जादू-भरी
उसका अफ़साना हूँ, मैं तो दीवाना हूँ
इस जहाँ से क्या मुझे लेना? क्या देना?
आसमाँ से चाँद लाऊँ
चाँदनी से घर सजाऊँ मैं
जो मेरे सपने हैं, बस वही अपने हैं
जो मेरे सपने हैं, बस वही अपने हैं
इस जहाँ से क्या मुझे लेना? क्या देना?
आसमाँ से चाँद लाऊँ मैं
Writer(s): Sameer Anjaan, Jatin Pandit, Lalitraj Pandit Lyrics powered by www.musixmatch.com