Madhoshi Songtext
von Roop Kumar Rathod
Madhoshi Songtext
मदहोशी...
(मदहोशी है, मदहोशी है)
(मदहोशी है, मदहोशी...)
(मदहोशी है, मदहोशी है)
(मदहोशी है, मदहोशी...)
(मदहोशी है, मदहोशी है)
(मदहोशी है, मदहोशी...)
मदहोशी है, मदहोशी है
तेरी चाहत की मदहोशी है
मदहोशी है, मदहोशी है
तेरी चाहत की मदहोशी है
तेरे इश्क़ में जीता-मरता हूँ
तेरे नाम का कलमा पढ़ता हूँ
तेरा नूर मेरी पेशानी पे
तेरे हुस्न को सजदा करता हूँ
कुछ ख़बर है, कुछ बेख़बर सा हूँ
कुछ होश है, कुछ बेहोशी है
मदहोशी है, मदहोशी है
तेरी चाहत की मदहोशी है
मदहोशी है, मदहोशी है
तेरी चाहत की मदहोशी है
(मदहोशी है, मदहोशी है)
(मदहोशी है, मदहोशी...)
कोई पत्ता पेड़ पे हिल जाए
कोई फूल शाख़ पे खिल जाए
तेरी आँख से इक तारा टूटे
मेरे ख़ाब में आ के मिल जाए
मेरे दिल को ताबिंदा कर दे
मेरी साँस चला, ज़िंदा कर दे
क्यूँ दूर तलक सन्नाटा है?
क्यूँ दूर तलक ख़ामोशी है?
मदहोशी है, मदहोशी है
तेरी चाहत की मदहोशी है
मदहोशी है, मदहोशी है
तेरी चाहत की मदहोशी है
(मदहोशी है, मदहोशी है)
(मदहोशी है, मदहोशी...)
यादों में तेरी खोया हूँ मैं
आँखें हैं खुली, सोया हूँ मैं
तेरी नज़रों से एक जाम पिया
एक पल में हज़ारों साल जिया
मसरूर है दिल, मख़मूर है दिल
चाहत के नशे में चूर है दिल
तेरा हुस्न मेरा पैमाना है
तेरी चाह मेरी मय-नोशी है
मदहोशी है, मदहोशी है
तेरी चाहत की मदहोशी है
मदहोशी है, मदहोशी है
तेरी चाहत की मदहोशी है
तेरे इश्क़ में जीता-मरता हूँ
तेरे नाम का कलमा पढ़ता हूँ
तेरा नूर मेरी पेशानी पे
तेरे हुस्न को सजदा करता हूँ
कुछ ख़बर है, कुछ बेख़बर सा हूँ
कुछ होश है, कुछ बेहोशी है
मदहोशी है, मदहोशी है
तेरी चाहत की मदहोशी है
मदहोशी है, मदहोशी है
तेरी चाहत की मदहोशी है
(मदहोशी है, मदहोशी है)
(मदहोशी है, मदहोशी...)
(मदहोशी है, मदहोशी है)
(मदहोशी है, मदहोशी...)
(मदहोशी है, मदहोशी है)
(मदहोशी है, मदहोशी...)
(मदहोशी है, मदहोशी है)
(मदहोशी है, मदहोशी...)
(मदहोशी है, मदहोशी है)
(मदहोशी है, मदहोशी...)
(मदहोशी है, मदहोशी है)
(मदहोशी है, मदहोशी...)
मदहोशी है, मदहोशी है
तेरी चाहत की मदहोशी है
मदहोशी है, मदहोशी है
तेरी चाहत की मदहोशी है
तेरे इश्क़ में जीता-मरता हूँ
तेरे नाम का कलमा पढ़ता हूँ
तेरा नूर मेरी पेशानी पे
तेरे हुस्न को सजदा करता हूँ
कुछ ख़बर है, कुछ बेख़बर सा हूँ
कुछ होश है, कुछ बेहोशी है
मदहोशी है, मदहोशी है
तेरी चाहत की मदहोशी है
मदहोशी है, मदहोशी है
तेरी चाहत की मदहोशी है
(मदहोशी है, मदहोशी है)
(मदहोशी है, मदहोशी...)
कोई पत्ता पेड़ पे हिल जाए
कोई फूल शाख़ पे खिल जाए
तेरी आँख से इक तारा टूटे
मेरे ख़ाब में आ के मिल जाए
मेरे दिल को ताबिंदा कर दे
मेरी साँस चला, ज़िंदा कर दे
क्यूँ दूर तलक सन्नाटा है?
क्यूँ दूर तलक ख़ामोशी है?
मदहोशी है, मदहोशी है
तेरी चाहत की मदहोशी है
मदहोशी है, मदहोशी है
तेरी चाहत की मदहोशी है
(मदहोशी है, मदहोशी है)
(मदहोशी है, मदहोशी...)
यादों में तेरी खोया हूँ मैं
आँखें हैं खुली, सोया हूँ मैं
तेरी नज़रों से एक जाम पिया
एक पल में हज़ारों साल जिया
मसरूर है दिल, मख़मूर है दिल
चाहत के नशे में चूर है दिल
तेरा हुस्न मेरा पैमाना है
तेरी चाह मेरी मय-नोशी है
मदहोशी है, मदहोशी है
तेरी चाहत की मदहोशी है
मदहोशी है, मदहोशी है
तेरी चाहत की मदहोशी है
तेरे इश्क़ में जीता-मरता हूँ
तेरे नाम का कलमा पढ़ता हूँ
तेरा नूर मेरी पेशानी पे
तेरे हुस्न को सजदा करता हूँ
कुछ ख़बर है, कुछ बेख़बर सा हूँ
कुछ होश है, कुछ बेहोशी है
मदहोशी है, मदहोशी है
तेरी चाहत की मदहोशी है
मदहोशी है, मदहोशी है
तेरी चाहत की मदहोशी है
(मदहोशी है, मदहोशी है)
(मदहोशी है, मदहोशी...)
(मदहोशी है, मदहोशी है)
(मदहोशी है, मदहोशी...)
(मदहोशी है, मदहोशी है)
(मदहोशी है, मदहोशी...)
Writer(s): Shakeel Azmi Lyrics powered by www.musixmatch.com