Ab to Tamam Shahar Mein Songtext
von Roop Kumar Rathod
Ab to Tamam Shahar Mein Songtext
अब तो तमाम शहर में चर्चा है आपका
अब तो तमाम शहर में चर्चा है आपका
फ़िर किसलिए, हुज़ूर, ये पर्दा है आपका?
अब तो तमाम शहर में चर्चा है आपका
हम आपके हुए तो नयी बात क्या हुई?
हम आपके हुए तो नयी बात क्या हुई?
हम आपके हुए तो नयी बात क्या हुई?
कहते हैं लोग, "सारा ज़माना है आपका"
कहते हैं लोग, "सारा ज़माना है आपका"
फ़िर किसलिए, हुज़ूर, ये पर्दा है आपका?
अब तो तमाम शहर में चर्चा है आपका
होता है हर मुक़ाम पे एहसास अब यही
होता है हर मुक़ाम पे एहसास अब यही
होता है हर मुक़ाम पे एहसास अब यही
जैसे हमारे साथ में साया है आपका
जैसे हमारे साथ में साया है आपका
फ़िर किसलिए, हुज़ूर, ये पर्दा है आपका?
अब तो तमाम शहर में चर्चा है आपका
अब जाके शाहकार हुई है मेरी ग़ज़ल
अब जाके शाहकार हुई है मेरी ग़ज़ल
अब जाके शाहकार हुई है मेरी ग़ज़ल
बरसों ख़याल मैंने तराशा है आपका
बरसों ख़याल मैंने तराशा है आपका
फ़िर किसलिए, हुज़ूर, ये पर्दा है आपका?
अब तो तमाम शहर में चर्चा है आपका
फ़िर किसलिए, हुज़ूर, ये पर्दा है आपका?
अब तो तमाम शहर में चर्चा है आपका
अब तो तमाम शहर में चर्चा है आपका
फ़िर किसलिए, हुज़ूर, ये पर्दा है आपका?
अब तो तमाम शहर में चर्चा है आपका
हम आपके हुए तो नयी बात क्या हुई?
हम आपके हुए तो नयी बात क्या हुई?
हम आपके हुए तो नयी बात क्या हुई?
कहते हैं लोग, "सारा ज़माना है आपका"
कहते हैं लोग, "सारा ज़माना है आपका"
फ़िर किसलिए, हुज़ूर, ये पर्दा है आपका?
अब तो तमाम शहर में चर्चा है आपका
होता है हर मुक़ाम पे एहसास अब यही
होता है हर मुक़ाम पे एहसास अब यही
होता है हर मुक़ाम पे एहसास अब यही
जैसे हमारे साथ में साया है आपका
जैसे हमारे साथ में साया है आपका
फ़िर किसलिए, हुज़ूर, ये पर्दा है आपका?
अब तो तमाम शहर में चर्चा है आपका
अब जाके शाहकार हुई है मेरी ग़ज़ल
अब जाके शाहकार हुई है मेरी ग़ज़ल
अब जाके शाहकार हुई है मेरी ग़ज़ल
बरसों ख़याल मैंने तराशा है आपका
बरसों ख़याल मैंने तराशा है आपका
फ़िर किसलिए, हुज़ूर, ये पर्दा है आपका?
अब तो तमाम शहर में चर्चा है आपका
फ़िर किसलिए, हुज़ूर, ये पर्दा है आपका?
अब तो तमाम शहर में चर्चा है आपका
Writer(s): Ibrahim Ashk, Roopkumar Rathod Lyrics powered by www.musixmatch.com