Jee Ki Gathariya Songtext
von Rekha Bhardwaj
Jee Ki Gathariya Songtext
मैं तो नाहीं खोलूँ जी की गठरिया
मैं तो नाहीं खोलूँ जी की गठरिया
पीड़ जीया की का से ना बोलूँ
मैं तो नाहीं खोलूँ जी की गठरिया
पीड़ जीया की का से ना बोलूँ
मैं तो नाहीं खोलूँ जी की गठरिया
सूझे-सूझे नैना कोई ना देखे
झूठा-झूठा हँसना कोई ना बूझे
घाव ना उघाड़ो बीच बजरिया
पीड़ जीया की का से ना बोलूँ
मैं तो नाहीं खोलूँ जी की गठरिया
अँसुअन की काईं सिंगार लागे
हूक जीया की झंकार लागे
जब तक है झीनी-झीनी चदरिया
मैं तो नाहीं खोलूँ जी की गठरिया
पीड़ जीया की का से ना बोलूँ
मैं तो नाहीं खोलूँ जी की गठरिया
मैं तो नाहीं खोलूँ जी की गठरिया
पीड़ जीया की का से ना बोलूँ
मैं तो नाहीं खोलूँ जी की गठरिया
पीड़ जीया की का से ना बोलूँ
मैं तो नाहीं खोलूँ जी की गठरिया
सूझे-सूझे नैना कोई ना देखे
झूठा-झूठा हँसना कोई ना बूझे
घाव ना उघाड़ो बीच बजरिया
पीड़ जीया की का से ना बोलूँ
मैं तो नाहीं खोलूँ जी की गठरिया
अँसुअन की काईं सिंगार लागे
हूक जीया की झंकार लागे
जब तक है झीनी-झीनी चदरिया
मैं तो नाहीं खोलूँ जी की गठरिया
पीड़ जीया की का से ना बोलूँ
मैं तो नाहीं खोलूँ जी की गठरिया
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